चेन्नै
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने गुरुवार को बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर), संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और देश भर में एनआरसी के साथ वह ‘किसी तरह हिंदू राष्ट्र’ परियोजना लागू करना चाहती है। वामपंथ समर्थित संगठन की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने जर्मनी के एक छात्र जैकब लिंदेनतल को सीएए के खिलाफ एक प्रदर्शन में हिस्सा लेने के बाद भारत छोड़कर जाने का निर्देश दिए जाने के मामले में आईआईटी मद्रास के निदेशक की भी निंदा की।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेकर छात्र ने वस्तुत: हमें यह याद दिलाया कि आईआईटी मद्रास जर्मनी की सरकार की मदद से बनी थी। हमें यह याद कराने के लिए उसे धन्यवाद कहना चाहिए। लेकिन उसे देश छोड़कर जाने के लिए कह दिया गया। आईआईटी निदेशक कहां गए? क्या वह सेवानिवृत्त हैं? क्या वह छुट्टी पर हैं? या मर गए हैं।’’ इस कार्यक्रम में मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (सीपीएम) नेता प्रकाश करात और सांसद कनिमोझी ने भी हिस्सा लिया।
चिदंबरम ने कार्यक्रम में कहा कि बीजेपी सरकार जब से बड़े जनमत के साथ सत्ता में आई है वह एनपीआर, सीएए और एनआरसी जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘ वे किसी तरह से हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं। अगर हिंदू राष्ट्र लागू हुआ तो इससे न केवल मुस्लिमों का नुकसान होगा बल्कि दलितों का नुकसान भी होगा।’ उन्होंने कहा कि देशभर में हो रहे सीएए के खिलाफ प्रदर्शनों को सरकार बनाम मुस्लिम की तरह नहीं देखना चाहिए क्योंकि सरकार तो यही चाहती है।