नई दिल्ली
इंडियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ने कड़़ा कदम उठाते हुए ओलंपिक क्वालिफाइंग विश्व चैंपियनशिप की टीम में शामिल देश के तीन टॉप वेटलिफ्टरों को अंतिम समय बाहर कर थाईलैंड जाने से रोक दिया। तीनों ही वेटलिफ्टरों का प्रदर्शन नेशनल कैंप में शामिल होने के बावजूद आशानुरुप नहीं पाया गया।
जिसके चलते फेडरेशन ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले रगाला वेंकट राहुल, रजत पदक विजेता विकास ठाकुर और प्रदीप सिंह को टीम से बाहर कर दिया। पूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई चानू की अगुवाई में सात सदस्यीय टीम बृहस्पतिवार को पट्टाया (थाईलैंड) के लिए रवाना हो गई। वहीं यह टीम नाडा की बिना सैंपलिंग के खेलने गई है। अमूमन वेटलिफ्टिंग में विश्व चैंपियनशिप जैसे आयोजन से पहले नाडा लिफ्टरों के डोप सैंपल लेती है।
इंडियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन के सेक्रेटरी जनरल सहदेव यादव ने मंगलवार को एनआईएस पटियाला में कोचेज के साथ मिलकर पूरी टीम के प्रदर्शन को देखा। यहां पाया गया कि राहुल, विकास और प्रदीप का प्रदर्शन विश्व चैंपियनशिप में भेजने लायक नहीं है।
ये लिफ्टर अनफिट भी निकले । ट्रायल में टीम में चयनित होने के बावजूद फेडरेशन तीनों को टीम के साथ जाने से रोक दिया। चीफ कोच विजय शर्माक का कहना है कि तीनों अनुभवी लिफ्टर हैं लेकिन उनका प्रदर्शन स्तरीय होना चाहिए था। सात सदस्यीय टीम पट्टाया में ही 16 दिनों तक तैयारी करेगी। उसके बाद 18 सितंबर से विश्व चैंपियनशिप में भाग लेगी।
एनडीटीएल पर छह माह के प्रतिबंध के बाद निगाहों में आई नाडा ने इंटर स्टेट एथलेटिक्स के बाद विश्व चैंपियनशिप में जाने वाले लिफ्टरों का सैंपल फेडरेशन के कहने के बावजूद नहीं लिया। फेडरेशन ने काफी पहले नाडा को लिफ्टरों का डोप सैंपल लेने को कहा था।
नाडा तो नहीं पहुंची लेकिन बीते दिनों वाडा की टीम एनआईएस पटियाला जरूर पहुंच गई, जहां उसने 45 किलो भार में चैंपियनशिप में खेलने जा रही हैं। एशियाई चैंपियनशिप में रजत जीतने वाली झिली डालबेहरा का सैंपल लिया। वाडा ने भी अन्य किसी लिफ्टर का सैंपल नहीं लिया। विजय का कहना है कि नाडा ने दो माह पहले कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप से पहले कैंप में लिफ्टरों के सैंपल लिए थे।