नई दिल्ली
विश्व कबड्डी चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम के पाकिस्तान पहुंचने से विवाद खड़ा हो गया है। खेल मंत्री और राष्ट्रीय महासंघ ने दावा किया कि उन्होंने किसी एथलीट को पड़ोसी देश में भाग लेने की मंजूरी नहीं दी है। चैंपियनशिप में भाग लेने भारतीय दल शनिवार को वाघा बॉर्डर के जरिये लाहौर पहुंचा। सोशल मीडिया पर भारतीयों के लाहौर में पहुंचने की फोटो और फुटेज है। टूर्नामेंट सोमवार से लाहौर के पंजाब फुटबॉल स्टेडियम में शुरू होगा। कुछ मैच फैसलाबाद और गुजरात में खेले जाएंगे।
खेल मंत्रालय के सूत्र ने कहा कि सरकार ने किसी भी एथलीट को टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी है। सूत्र ने कहा, खेल और विदेश मंत्रालय ने किसी भी टीम को अनुमति नहीं दी है जो किसी भी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व के लिए अनिवार्य होती है। हमें तभी पता चला जब इस बारे में सूचना मांगी गई।
भारतीय अमेच्योर कबड्डी महासंघ (एकेएफआई) के प्रशासक न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) एस पी गर्ग ने भी कहा कि राष्ट्रीय संस्था ने किसी टीम को मंजूरी नहीं दी। उन्होंने कहा, हमें पाक जाने वाली किसी टीम की सूचना नहीं है। हम ऐसी किसी भी गतिविधि का समर्थन नहीं करते।
विदेशी टूर्नामेंट में भागीदारी को राष्ट्रीय महासंघ खेल मंत्रालय को सूचना देता है। फिर वह राजनीतिक मंजूरी के लिए विदेश और सुरक्षा मंजूरी के लिए गृह मंत्रालय को लिखता है।
सूत्र ने कहा, ''हमें तभी पता चला जब इस बारे में सूचना मांगी गई। एकेएफआई इस तरह की गतिविधि का समर्थन नहीं करता। ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।'' विदेशी प्रतियोगिताओं में भागीदारी की प्रक्रिया में राष्ट्रीय महासंघ खेल मंत्रालय को सूचना देता है जो राजनीतिक मंजूरी के लिये विदेश मंत्रालय और सुरक्षा मंजूरी के लिये गृह मंत्रालय को लिखता है, भले ही सरकार इस दल का खर्चा उठा रही हो या नहीं।
पाकिस्तान पंजाब के खेल मंत्री राय तैमूर खान भट्टी ने लाहौर के होटल में भारतीय दल का स्वागत किया। पाकिस्तान कबड्डी महासंघ के अधिकारियों ने भारतीय खिलाड़ियों के वाघा बार्डर से पाकिस्तान पहुंचने के बाद फूलमाला पहनाकर उनका स्वागत किया जिसके बाद उन्हें सुरक्षा घेरे में लाहौर में होटल पहुंचाया गया।
बता दें कि विश्व कबड्डी चैम्पियनशिप के पिछले छह चरण 2010 और 2019 तक भारत में आयोजित हुए थे। भारत ने सभी छह चैम्पियनशिप जीती थी, जिसमें उसने 2010, 2012, 2013 और 2014 में पाकिस्तान को हराया था।
पाकिस्तानी आयोजकों ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, जर्मनी, ईरान, अजरबेजान, सिएरा लियोन, कीनिया और कनाडा की टीमें भी इस प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं। विजेता टीम को एक करोड़ जबकि उप विजेता टीम को 75 लाख रुपये की राशि मिलेगी।