रायपुर
राज्य शासन ने विभिन्न जिलों के 13 सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण जिर्णोद्धार कार्य के लिए 28 करोड़ 18 लाख 72 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। इन योजनाओं के निर्माण से 1534 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। दुर्ग जिले के विकासखण्ड पाटन की तांदुला परियोजना अंतर्गत तांदुला मुख्य नहर प्रणाली के पुनईडीह माईनर के जीर्णोद्धार कार्य के लिए एक करोड़ 64 लाख 62 हजार रूपए की स्वीकृति दी गई है।
योजना के पूरा होने पर 358 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। विकासखण्ड दुर्ग के अंजोरा जलाशय क्रमांक-1 के जीर्णोद्धार और नहर लाईनिंग कार्य के लिए दो करोड़ 97 लाख 28 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। इस कार्य के पूरा होने के पश्चात 124 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिल सकेगी। विकासखण्ड पाटन की तांदुला परियोजना अंतर्गत बेन्द्री और लोहरसी नहर लाईनिंग कार्य के लिए दो करोड़ 68 लाख 62 हजार रूपए की स्वीकृति जारी की गई है। कार्य के पूरा होने के पश्चात 91 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। विकासखण्ड पाटन के मुढ़पार व्यपवर्तन योजना के जीर्णोद्धार कार्य के लिए एक करोड़ 48 लाख 34 हजार रूपए की स्वीकृति दी गई है। कार्य के पूरा होने के उपरांत 98 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिल सकेगी। विकासखण्ड पाटन के अचानकपुर जलाशय के जीर्णोद्धार कार्य के लिए दो करोड़ 22 लाख दो हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। योजना के पूरा होने से 108 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
राजनांदगांव जिले के विकासखण्ड डोंगरगांव की नादिया व्यपवर्तन योजना के जीर्णोद्धार कार्य के लिए एक करोड़ 73 लाख 35 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है। कार्य के पूरा होने के पश्चात 145 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। विकासखण्ड डोंगरगढ़ के सेम्हरा जलाशय के नहर लाईनिंग कार्य के लिए दो करोड़ 93 लाख 32 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। कार्य के पूरा होने के पश्चात 149 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिल सकेगी। विकासखण्ड छुईखदान के सिद्धबाबा जलाशय के निर्माण के सर्वेक्षण कार्य के लिए एक करोड़ 32 लाख 99 हजार रूपए की स्वीकृति दी गई है।