हिंदी दिवस एवं राजभाषा वैजयंती शील्ड कार्यक्रम का आयोजन
भोपाल. बीएचईएल भोपाल में सोमवार को हिंदी दिवस एवं राजभाषा वैजयंती शील्ड कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर वेबेक्स के माध्यम से मुख्य अतिथि कार्यपालक निदेशक, सी. आनंदा, महाप्रबंधक (टीपीटीएन एवं सीईटी) एके वाष्र्णेय, महाप्रबंधक (मानव संसाधन) ए. बेहरा, विनय कुमार, अपर महाप्रबंधक (मा.सं.), सुरेखा बंछोर, उप महाप्रबंधक (मानव संसाधन), वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी, पूनम साहू मौजूद रहे।
कार्यपालक निदेशक ने सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भेल भोपाल इकाई सदैव से हिंदी के प्रचार प्रसार को लेकर आगे रही है। यहां कार्यरत सभी कर्मचारी अपने अधिकाधिक कार्यालयीन कार्य को हिंदी में करने के लिए प्रयासरत रहते हैं। एके वाष्र्णेय ने कहा, हमें अपनी भाषा पर गर्व होना चाहिए। हमारे देश की सभी भाषाएं और बोलियां हमारी राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक धरोहर हैं।
महाप्रबंधक (मानव संसाधन) ए. बेहरा ने कहा, हिंदी भारत की जान है। हमारी परंपरा और संस्कृति का अभिन्न अंग है। सभी महाप्रबंधक, डीआरओ, विभागीय हिंदी समितियों के अध्यक्ष एवं सचिव की मौजूदगी में 2020 के दौरान आयोजित राजभाषा वैजयंती शील्ड प्रतियोगिता के विजेता विभागों को शील्ड एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
काले बैच लगाकर भेल कर्मचारियों ने जताया विरोध
बीएचईएल भोपाल में सोमवार को कारखाना खुलते ही कर्मचारियों ने एकता का प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों के लिए काले बैच लगाकर काम किया। भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए काम किया और अपनी मांगें रखी।
अध्यक्ष विजय सिंह कठैत ने कहा कि कारखाना जब लाभ में है, तो कर्मचारियों को इंसेंटिव इन्सलेरी और एसआईटी की बकाया राशि का भुगतान होना चाहिए। कठैत ने कहा भेल प्रबंधन एकतरफा निर्णय लेते हुए कैंटीन सब्सिडी, स्कूल सब्सिडी सहित तमाम तरह की कटौती कर रहा है। कार्यकारी अध्यक्ष संजय चौधरी ने कहा, हम मर्यादाओं में रहकर मजदूरों के लिए तब तक संघर्ष करते रहेंगे, जब तक पर्क कटौती बंद ना हो जाए। काले बैच लगाकर काम करने का यह सिलसिला लगातार दो दिन तक किया जाएगा।