सूरत
मौजूदा चैम्पियन कर्नाटक ने रोमांचक फाइनल में रविवार को तमिलनाडु को 1 रन से हराकर सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया. कर्नाटक ने कप्तान मनीष पांडे की नाबाद अर्धशतकीय पारी और ऑफ स्पिनर कृष्णप्पा गौतम के आखिरी चार गेंदों के कमाल से यह खिताबी जीत हासिल की.
तमिलनाडु के सामने 181 रनों का लक्ष्य था, लेकिन उसकी टीम छह विकेट पर 179 रन ही बना पाई. उसकी तरफ से विजय शंकर ने 44 और बाबा अपराजित ने 40 रन बनाए. कर्नाटक ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर 5 विकेट पर 180 रन बनाए. उसकी तरफ से कप्तान मनीष पांडे ने 45 गेंदों पर 60 रन बनाए, जबकि रोहन कदम ने 35 और देवदत्त पडि्डकल ने 32 रनों का योगदान दिया.
तमिलनाडु की तरफ से रविचंद्रन अश्विन और मुरूगन अश्विन ने 2-2 विकेट निकाले. कर्नाटक ने इससे पहले विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में भी तमिलनाडु को हराकर खिताब जीता था.
तमिलनाडु ने नियमित अंतराल में विकेट गंवाए. हरि निशांत (14), एम. शाहरुख खान (16) और कप्तान दिनेश कार्तिक (20) रन गति के दबाव में बड़े शॉट खेलने के प्रयास में विकेट गंवाए. कृष्णप्पा गौतम ने सेमीफाइनल के हीरो वॉशिंगटन सुंदर (24) को बोल्ड कर तमिलनाडु को बड़ा झटका दिया. अपराजित और विजय शंकर ने इसके बाद जिम्मा संभाला ओर सात ओवरों में 71 रन जोड़कर तमिलनाडु की उम्मीद बनाए रखी.
जब तमिलनाडु को 18 गेंदों पर 30 रनों की जरूरत थी, तब अपराजित आउट हो गए. तमिलनाडु को आखिरी ओवर में 13 रन चाहिए थे. आर. अश्विन (नाबाद 16) ने गौतम की पहली 2 गेंदों पर चौके लगाए. अब 4 गेंदों पर पांच रन चाहिए थे, लेकिन गौतम ने इस बीच केवल तीन रन दिए, इस बीच विजय शंकर पांचवीं गेंद पर रन आउट हो गए. आखिरी गेंद पर तीन रन चाहिए थे. मुरूगन अश्विन स्ट्राइक पर थे, लेकिन उस पर केवल बाई का एक रन मिला.
इससे पहले केएल राहुल (22) और पडि्डकल ने पहले विकेट के लिए 39 रन जोड़कर कर्नाटक को अच्छी शुरुआत दिलाई. आर. अश्विन ने हालांकि राहुल और मयंक अग्रवाल (शून्य) को लगातार गेंदों पर आउट कर दिया. इसके बाद पांडे ने पडि्डकल के साथ तीसरे विकेट के लिए 48 और कदम के साथ 65 रन की दो उपयोगी साझेदारियां कीं. करुण नायर 8 गेंदों पर 17 रन बनाकर नाबाद रहे. मनीष पांडे ने अपनी पारी में 4 चौके और दो छक्के जमाए.