नई दिल्ली
उत्तर भारत में हादसों में घायल सामान्य व्यक्ति महंगे इलाज के कारण गरीबी रेखा से नीचे चला जाता है। आधे से ज्यादा मामले सड़क दुर्घटना के होते हैं। एक अध्ययन में यह खुलासा हुआ है।
पीजीआई चंडीगढ़, जॉर्ज इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ और सिडनी के विशेषज्ञों ने यह अध्ययन किया है। इसके मुताबिक, उत्तर भारत में हादसों में घायल आठ में से एक व्यक्ति यानी 12.2% लोग महंगे इलाज के कारण गरीबी रेखा के नीचे चले जाते हैं। वहीं, चार में से एक की आर्थिक हालत बिगड़ जाती है।
अध्ययन में सरकारी अस्पतालों में भर्ती 2955 घायलों को शामिल किया गया। इसमें दुर्घटना के 57% मामले सड़क हादसे के थे। हादसे में एक घायल के इलाज पर औसत 16,768 रुपये खर्च होते हैं। वहीं, उत्पादकता में आई कमी से 8164 रुपये अप्रत्यक्ष खर्च होता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक 22.2% मामलों में इलाज पर होने वाले खर्च के कारण पीड़ित परिवार बड़े आर्थिक बोझ में दब जाता है।