रिलेशनशिप में मर्द भी महसूस करते हैं इनसिक्योरिटी, इन चीजों से लगता है उन्हें डर

रिलेशनशिप में आने के बाद पार्टनर का असुरक्षित महसूस करना सामान्य बात है। लोग किन बातों को लेकर असुरक्षित हो जाते हैं उसके बारे में उन्हें कई बार खुद जानकारी नहीं होती है। मन में किसी तरह की धारणा बना लेने के बाद अपने पार्टनर के साथ रिश्ते में आगे बढ़ने में लोगों को मुश्किल महसूस होती है।

असुरक्षा की भावना के लिए हर बार आपका पार्टनर ही जिम्मेदार नहीं होता है। अगर आप अपने पार्टनर को लेकर निश्चित और उनके प्रति लॉयल हैं तो रिलेशनशिप में आगे बढ़ना आपके लिए आसान होगा। वैसे पुरुषों की बात करें तो वो रिलेशनशिप में उन संकेतों को नहीं समझ पाते हैं जिनसे उन्हें अपने रिश्ते को लेकर असुरक्षा की भावना महसूस होती है। इस लेख में उन बहुत ही आम चीजों का जिक्र कर रहे हैं जिनसे पुरुषों को रिलेशनशिप में असुरक्षा की भावना महसूस होती है।

आपकी पार्टनर करे किसी दूसरे पुरुष की तारीफ
अगर पार्टनर किसी दूसरे पुरुष की स्मार्टनेस या कामयाबी की तारीफ करती है तो मर्दों को इससे बहुत ज्यादा असुरक्षा का एहसास होता है। वो अपने इस भाव को चेहरे पर नहीं आने देते हैं लेकिन उन्हें ये समझने की जरूरत है कि जब रिश्ते में आप और आपकी पार्टनर कमिटेड हैं तो इससे घबराएं नहीं। वो सिर्फ उनकी कामयाबी के लिए उन्हें बधाई दे रही हैं जो काफी साधारण बात है।

शारीरिक क्षमता
तकरीबन सभी पुरुष शारीरिक संबंध के दौरान अपनी क्षमता को लेकर चिंतित रहते हैं। आप इतना ज्यादा परेशान ना हों। समय के साथ आपको अपने रिश्ते को मजबूत करने पर जोर देना चाहिए। हर महिला अपने पार्टनर के साथ एक भावनात्मक रिश्ता चाहती है। आप मन में खुद के लिए नकारात्मक भाव लाने के बजाय अपनी पार्टनर के साथ रोमांटिक पलों को एंजॉय करें।

जब पहले हो चुका हो ब्रेकअप
जब एक कड़वाहट भरे ब्रेकअप के बाद इंसान किसी नए रिश्ते में आता है तब उस रिलेशन को लेकर उसका डरा हुआ रहना लाजिमी है। अपने पुराने अनुभवों के आधार पर वह ये धारणा बना लेता है कि उनके साथ ऐसा दोबारा हो सकता है। अपने बीते कल के बारे में सोचकर आपको अपना आज खराब नहीं करना चाहिए। आपके साथ जो पहले हो चुका है उसके लिए आप अपने मौजूदा पार्टनर को सजा नहीं दे सकते हैं। सभी महिलाएं एक जैसी नहीं होती हैं इसलिए उन्हें एक ही तराजू पर रखकर ना तौलें।

जब गर्लफ्रेंड या पत्नी हो ज्यादा कामयाब
मौजूदा समय की महिलाएं किसी अच्छी नौकरी या स्टेटस वाले व्यक्ति के पीछे शादी के लिए भागने के बजाय वो खुद अपने पैरों पर खड़े होने और आत्मनिर्भर बनने में यकीन रखती हैं। मगर किसी पुरुष के मुकाबले में उसकी पत्नी या गर्लफ्रेंड ज्यादा सफल है तो उनमें असुरक्षा की भावना आ जाती है। यूएस में हुई एक स्टडी में इस बात की पुष्टि भी हो चुकी है कि अगर पूरे घर के इनकम का 40 प्रतिशत हिस्सा उनकी पत्नी कमाती है तो उनमें असुरक्षा का भाव आ जाता है।

गर्लफ्रेंड या पत्नी का एक्स-पार्टनर
भले ही कोई आदमी अपनी पार्टनर को कितनी बार भी ये बोल दे कि वो अपने एक्स से संपर्क रख सकती है और उसे कोई दिक्कत नहीं होगी। ज्यादातर पुरुष अपनी पार्टनर के एक्स से खुद की तुलना कर बैठते हैं। आपको ये समझने की जरूरत है कि आपकी पार्टनर यदि अपने एक्स से संपर्क में है तो इसका मतलब ये नहीं है कि वो अब भी उनसे प्यार करती हैं।

फ्रेंड ग्रुप में पुरुष दोस्तों का होना
पुरुषों के साथ दोस्ती रखने में कोई बुराई नहीं है। महिलाओं के लिए ये जरूरी है कि वो अपने पति या बॉयफ्रेंड को अपने दोस्तों के बारे में सच सच बताएं। आपका झूठ बोलना उन्हें शक करने की वजह दे सकता है। उनके दिमाग में ये हमेशा चलता रहता है कि उनसे बेहतर इंसान के लिए आप उन्हें छोड़ देंगी। पुरुष दोस्तों का होना गलत बात नहीं है लेकिन इसके लिए अपने पार्टनर को धोखे में रखना गलत है।

जब गर्लफ्रेंड या पत्नी हो ज्यादा सीक्रेटिव
अगर पत्नी या गर्लफ्रेंड अपने में ही रहने वाली हो और ज्यादा खुलकर बात नहीं करती है तो ये बात उनके पार्टनर को परेशान करती है। लड़कियों के इस तरह के बर्ताव के कारण उनके पार्टनर को लगता है कि वो उनसे कुछ छुपा रही हैं। पुरुषों को भी ये समझने की जरूरत है कि किसी भी लड़की को सुरक्षित फील कराना बहुत जरूरी है।

 

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment