राजकोट
भारतीय टी20 टीम के कप्तान रोहित शर्मा गुरुवार को बांग्लादेश के खिलाफ अपने करियर का 100वां टी20 इंटरनैशनल मैच खेलने उतरेंगे। इस व्यक्तिगत उपलब्धि को परे रख दें तो रोहित और उनके साथी खिलाड़ियों के सामने आज बहुत बड़ी चुनौती होगी। सीरीज बचाने की चुनौती। सीरीज का पहला मैच भारत 7 विकेट से दिल्ली में हार चुका है। यह टी20 इंटरनैशनल मैचों में बांग्लादेश की भारत के खिलाफ पहली जीत थी। बांग्लादेश की टीम के लिए यह नतीजा बेहतरीन कहा जा सकता है जो वेतन और अन्य मुद्दों को लेकर खिलाड़ियों की हड़ताल के बाद यहां आई है।
भारत दौरे पर रवाना होने से ठीक पहले भ्रष्ट संपर्क की सूचना नहीं देने के लिए टीम के सबसे बड़े खिलाड़ी शाकिब उल हसन को निलंबित कर दिया गया था। राजकोट में भारत की एक और हार का मतलब होगा कि आईसीसी टी20 रैंकिंग्स में पांचवें स्थान पर काबिज यह टीम सीरीज में 0-2 से पिछड़ जाएगी या यूं कहे कि सीरीज गंवा देगी। भारत अपने घर में कभी भी तीन मैचों की द्विपक्षीय टी20 सीरीज नहीं हारा है। बांग्लादेश यह इतिहास न बदल सके इसलिए भारतीय बल्लेबाजों ही नहीं बल्कि गेंदबाजों को भी अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा। मैच में चक्रवात महा का खतरा भी मंडरा रहा है लेकिन मौसम मेहरबान रहा तो दर्शकों को राजकोट में एक हाईस्कोरिंग मैच की सौगात मिल सकती है।
अच्छे नतीजे का दबाव
आईसीसी टेस्ट रैंकिंग्स में टॉप और वनडे रैंकिंग्स में दूसरे स्थान पर काबिज भारत को इस साल टी20 फॉर्मेट में वैसी सफलता नहीं मिली है जैसी कि उसने टेस्ट और वनडे फॉर्मेट में हासिल की है और यह इस साल के नतीजों में भी झलकता है। इस साल घरेलू धरती पर भारत ने एक सीरीज ड्रॉ खेली है जबकि एक सीरीज हारी है। भारत को फरवरी में ऑस्ट्रेलिया ने दो मैचों की सीरीज में 2-0 से हराया था जबकि सितंबर में साउथ अफ्रीका ने भारत को तीन मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी पर रोका था। अब बांग्लादेश से पहले टी20 मैच में मिली हार ने भारतीय टीम पर टी20 फॉर्मेट में घरेलू फैंस के सामने अच्छे नतीजे हासिल करने का दबाव और ज्यादा बढ़ा दिया है।
"बल्लेबाजों को अपना काम करना होगा। गेंदबाजों को अच्छा करना होगा और अहम विकेट लेने होंगे। यह एक विचार है। हम किसी एक विभाग पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, क्योंकि हम एक टीम के तौर पर हारे हैं न कि एक खिलाड़ी के तौर पर।"-रोहित शर्मा, भारतीय कप्तान
बोलिंग में बदलाव संभव
भारत इस मैच में अगर जीत हासिल कर लेता है तो 10 तारीख को नागपुर में होने वाला तीसरा और अंतिम टी20 मैच रोमांचक हो जाएगा। हालांकि भारत को सीरीज में वापसी के लिए दूसरे टी20 मैच में बोलिंग और बैटिंग ही नहीं बल्कि फील्डिंग में भी अपना 100 प्रतिशत देना होगा। पहले मैच में भारतीय बल्लेबाज बमुश्किल टीम के स्कोर को 150 के करीब पहुंचा पाए थे। बोलर्स भी 150 से कम के स्कोर को डिफेंड करने में नाकाम रहे। वजह रही कि वे 3 ही विकेट निकाल पाए और बोलिंग भी आला दर्जे की नहीं रही। फास्ट बोलर खलील अहमद तो खासे महंगे साबित हुए। उनके द्वारा डाले गए पारी के 19वें ओवर में मुशफिकुर ने अंतिम 4 बॉल पर 4 फोर जड़ भारत की पकड़ से मैच छीन लिया। आज के मैच में खलील की जगह शार्दुल ठाकुर को मौका दिया जा सकता है।
शिखर को दिखाने होंगे हाथ
पहले मैच में 41 रन बनाने वाले शिखर धवन के स्ट्राइक रेट को लेकर सवाल उठे हैं। पूर्व कप्तान और कॉमेंटेटर सुनील गावसकर ने कहा कि अगर धवन बाकी दो मैचों में स्वच्छंद होकर बैटिंग नहीं करते हैं तो और अधिक सवाल उठेंगे। इसके अलावा लोकेश राहुल पर भी दबाव होगा जो टेस्ट टीम में अपनी जगह गंवाने के बाद टी20 मैचों की प्लेइंग इलेवन में जगह पक्की करने की कोशिशों में जुटे हैं। पहले मैच में युवाओं में श्रेयस अय्यर को छोड़कर कोई भी प्रभाव नहीं छोड़ पाया। ऋषभ पंत, क्रुणाल पंड्या और पिछले मैच में डेब्यू करने वाले ऑलराउंडर शिवम दुबे को अपने चयन को सही साबित करते हुए मुश्किल हालात में योगदान देना होगा। यह देखना होगा कि दूबे को एक और मौका मिलता है या केरल के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को प्लेइंग इलेवन में शामिल करता है।