राजकोट
कप्तान जयदेव उनादकट (56 रन पर 7 विकेट) की घातक गेंदबाजी के दम पर सौराष्ट्र ने लगातार दूसरी बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली है. राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में सेमीफाइनल के पांचवें दिन उसने गुजरात को 92 रनों से हराया. फाइनल में सौराष्ट्र का सामना बंगाल से होगा. सौराष्ट्र की टीम पिछले साल फाइनल में विदर्भ से हार गई थी.
उधर, बंगाल ने कर्नाटक को 174 रनों से हरा फाइनल में स्थान बनाया है. खिताबी मुकाबला 9 मार्च से राजकोट में खेला जाएगा. सौराष्ट्र की टीम पिछले आठ सीजन में चौथी बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है. वहीं, बंगाल की टीम ने 2006-07 के बाद से पहली बार और ओवर ऑल 14वीं बार फाइनल में अपनी जगह पक्की की है.
सौराष्ट्र ने अपनी पहली पारी में 304 रनों का स्कोर बनाया और फिर गुजरात को उसकी पहली पारी में 252 रनों पर ऑल आउट कर 52 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी. सौराष्ट्र ने अपनी दूसरी पारी में 274 रन का स्कोर बनाया और गुजरात के सामने जीत के लिए 327 रनों का लक्ष्य रखा.
इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी गुजरात की शुरुआत काफी खराब रही और उसने 63 रन तक अपने पांच विकेट गंवा दिए थे. लेकिन इसके बाद फिर चिराग गांधी (96) और कप्तान पार्थिव पटेल (93) ने छठे विकेट के लिए 158 रनों की साझेदारी कर गुजरात को मुश्किल से निकालने की कोशिश की.
कप्तान पार्थिव टीम के 221 के स्कोर पर छठे विकेट के रूप में आउट हो गए और फिर गुजरात की टीम 72.2 ओवर में 234 रन पर सिमट गई और उसे 92 रनों से हार का सामना करना पड़ा.
चिराग ने 139 गेंदों पर 16 चौके, जबकि कप्तान पार्थिव ने 148 गेंदों पर 13 चौके लगाए. सौराष्ट्र के लिए कप्तान उनादकट के सात विकेटों के अलावा धर्मेंद्रसिंह जडेजा, चिराग जानी और प्रेरक माकंड ने एक-एक विकेट निकाले.
उनादकट का रणजी ट्रॉफी में रिकॉर्ड
28 साल के उनादकट रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में अब तक 65 विकेट हासिल कर चुके हैं, जो कि रणजी ट्रॉफी के किसी एक सीजन में किसी भी तेज गेंदबाज द्वारा लिया गया सबसे ज्यादा विकेट है. उन्होंने इसके साथ डोडा गणेश के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है. पूर्व तेज गेंदबाज डोडा ने 198-99 में के रणजी ट्रॉफी सीजन में सबसे ज्यादा 62 विकेट लिए थे.