भौलेनाथ के बारह ज्योतिर्लिंग देश के अलग-अलग भागों में स्थित है। इन शिवलिंगों को द्वादश ज्योतिर्लिंग के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि इन चमत्कारी ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने मात्र से ही इंसान को उसके सभी पापों से छुटकारा मिल जाता है। मगर आज हम आपको एक ऐसे चमत्कारी शिवलिंग के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिसे दुनियाभर में सबसे बड़ा शिवलिंग माना जाता है।
कहा जाता है कि इस शिवलिंग को किसी ने बनाया नहीं है, यह प्रकृति निर्मित एवं भौलेनाथ का चमत्कार है। इसकी ऊंचाई को हर वर्ष नापी जाती है। जबकि स्थानीय लोग बताते हैं कि इस शिवलिंग का आकार पहले बहुत छोटा था मगर कुछ साल बाद उसकी लंबाई और गोलाकार में परिवर्तन होने लगा।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में एक ऐसा शिवलिंग है, जिसकी मान्यता ज्योतिर्लिंग की जैसी ही है। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में स्थित भूतेश्वर महादेव एक अर्धनारीश्वर प्राकृतिक शिवलिंग है जो गरियाबंद के घने जंगलों में बसा है।
सावन के पवित्र माह में यहां दूर दूर से भौलेनाथ के भक्त उनकी पूजा- अर्जना करने पहुंचते हैं।
यहां के लोगों की माने तो पहले भूतेश्वर महादेव एक छोटे टीले के रूप में थे। लेकिन कुछ सालों बाद इनका आकार बढ़ता गया और इनके आकार में बदलाव आज भी जारी है। शिवलिंग में प्रकृति प्रदत जललहरी भी दिखाई देती है जो धीरे-धीरे जमीन के ऊपर आती दिखाई दे रही है। इसी कारण इसे भूतेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है।