नई दिल्ली
यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं जारी हैं. कहा जा रहा है कि सख्ती की वजह से अब तक चार लाख 64 हजार 606 छात्रों ने परीक्षा छोड़ी. अब तक 12 वीं के 505 केंद्रों पर छात्रों ने परीक्षा छोड़ी है. वहीं इंटरमीडिएट का फिजिक्स का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद 67 परीक्षा केंद्रों पर फिजिक्स का पेपर कैंसल कर दिया गया. कैंसिल किया गया पेपर दोबारा 12 मार्च को आयोजित होगा.
बता दें कि प्रयागराज के कुछ केंद्रों पर अंग्रेजी के पेपर में नकल के आरोप में परीक्षा कैंसल की गई थी. वहीं अलीगढ़ के कुछ केंद्रों पर विज्ञान के पेपर में चोरी, पेपर लीक और नकल के कारण कैंसल किये गए . इन पेपरों का आयोजन 12 मार्च को होगा.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से 10वींं और 12वींं की परीक्षा देने वाले छात्रों के लिये बड़ी खबर है. यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने एक आधिकारिक सूचना जारी कर उन परीक्षाओं की तारीख और शेड्यूल जारी कर दी है, जिसे निरस्त किया गया था.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कॉपियों की जांच शुरू करने वाला है. इनके मूल्यांकन की प्रक्रिया 15 मार्च से शुरू होगी. मूल्यांकन का काम 10 दिनों तक चलेगा. उम्मीद की जा रही है कि यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिजल्ट अप्रैल के आखिरी सप्ताह में या मई के पहले सप्ताह में जारी कर सकता है.
इस बार हुए हैं बदलाव
बता दें कि बोर्ड ने इस बार कई बदलाव भी किए हैं. इसमें से पहला ये बदलाव किया है कि जब छात्रों के एडमिट कार्ड में उनके माता-पिता का नाम हिन्दी के साथ-साथ अंग्रेजी में भी दिया गया है . इससे पहले अभिभावकों के नाम सिर्फ हिन्दी में ही लिखे जाते थे. जो कि इसी साल 2020 में बदलाव किया गया है.
ये होगा मार्कशीट में बदलाव
छात्रों को इस साल अपने मार्कशीट में भी बदलाव दिखेगा. हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम की मार्कशीट में भी पूरा विवरण हिन्दी और अंंग्रेजी, दोनों भाषाओंं में होगा.
लाइव मॉनिटरिंग से रोकी जा रही नकल
बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए इस बार सुरक्षा के और भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. इस बार मॉनिटरिंग सेल बनाए गए हैं, जहां से परीक्षा केंद्रों पर और परीक्षार्थी व शिक्षकों पर सीधी नजर रखी जा रही है. मॉनिटरिंग सेल से सभी एग्जाम सेंटर्स कनेक्टेड हैं.
बता दें कि यूपी बोर्ड परीक्षा में सख्ती को देखते हुए, इस बार परीक्षा के लिये रजिस्टर करने वाले छात्रों की संख्या में गिरावट देखी गई थी. आंकड़ों की मानें तो पिछले साल के मुकाबले इस साल 10वींं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिये रजिस्टर करने वाले छात्रों की संख्या में 1,69,980 गिरावट दर्ज की गई है. वहीं 12वीं के लिये 18,658 कमी आई है. पिछले साल 57,95,756 छात्रों ने परीक्षा के लिये रजिस्टर किया था, जबकि इस साल 56,07,118 छात्रों ने आवेदन किया है.