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मोबाइल ऐप बताएगा किस रास्ते से जाएं तो नहीं मिलेगा जाम

 लखनऊ 
एयरपोर्ट या स्टेशन जा रहे हैं और वक्त कम है। ऐसे में किस रास्ते से जाएं तो समय से पहुंच जाएं इसका जवाब मोबाइल ऐप से मिल जाएगा। आईटीएमएस यानी इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट व्यवस्था से जुड़ी हुई एक मोबाइल एप्लीकेशन लगभग तैयार हो चुकी है। इस व्यवस्था में 95 चौराहे और 18 कॉरीडोर शामिल किए गए हैं। 

मोबाइल ऐप पर इन सभी चौराहों और कॉरीडोर की सजीव जानकारी रहेगी। फिलवक्त लोग गूगल मैप का सहारा लेते हैं लेकिन नई ऐप इससे कहीं आगे होगी। क्योंकि इसी ट्रैफिक व्यवस्था से जुड़ी है इसलिए यह सुझाव भी देगी कि किस गंतव्य के लिए कौन सा रास्ता सही रहेगा। वाहन की गति कितनी रखें तो हर चौराहे पर आपको सिग्नल हरा मिलेगा। स्मार्ट सिटी परियोजना के अधिकारियों ने बताया कि आईटीएमएस के कंट्रोल रूम में यह भी जानकारी रहती है कि किस रास्ते पर कितने वाहन जा रहे हैं। ऐसे में यदि किसी चौराहे की ओर ज्यादा वाहन बढ़ रहे हैं तो कुछ देर में वहां ट्रैफिक धीमा हो जाएगा। यह जानकारी भी ऐप से मिल जाएगी।

गूगल मैप और ट्रैफिक मैप में अंतर

गूगल मैप वाहन चालकों के स्मार्ट मोबाइल से मिले जीपीएस आंकड़ों से जानकारी देता है। वहीं, मोबाइल ऐप ट्रैफिक व्यवस्था से जुड़ी होगी। ऐसे में ज्यादा तेज और सटीक जानकारी दे सकेगी। 

ट्रैफिक संभाल रहे सिपाही और चालान सिग्नल से

पॉलीटेक्निक चौराहे पर सिग्नल व्यवस्था ट्रैफिक सिपाही चला रहे हैं। इस चौराहे पर 20 दिन पहले आईटीएमएस चालू हो गया। यानी अत्याधुनिक कैमरों और सेंसर से सिग्नल तोड़ने वाले वाहनों का चालान किया जा रहा है। पिछले एक हफ्ते में 60 वाहनों का ई चालान इस चौराहे पर किया गया है। ऐसे में ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल उठ रहा है। इसी तरह फन मॉल के सामने एसएनए तिराहे पर भी सिग्नल चालू हो गया। यहां ट्रैफिक पुलिस की तैनाती न होने की वजह से वाहन लाल बत्ती पर रुक नहीं रहे हैं।

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