देश

मासूमों को बंधक बनाने वाले की बेटी गोद लेंगे IPS

फर्रुखाबाद
उत्‍तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में बच्चों को 11 घंटे तक बंधक बनाने वाले सुभाष बाथम की बेटी को गोद लेने की तैयारी शुरू हुई है। सुभाष की एक साल की बेटी के भविष्य को संवारने के लिए यूपी पुलिस के एक आईपीएस ने बड़ी पहल की है। कानपुर रेंज, जिसके अंतर्गत फर्रुखाबाद जिला भी शामिल है, वहां के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने सुभाष की 1 साल की बिटिया गौरी को गोद लेने का फैसला किया है। मोहित अग्रवाल दो बेटियों के पिता हैं और वह जुलाई 2019 से कानपुर के आईजी के रूप में तैनात हैं।

कहा कि वह इस बच्ची के भविष्य की पढ़ाई और आगे के जीवन के सारे खर्चे का वहन करेंगे। आईजी ने कहा कि वह अभी गौरी को गोद लेने की कानूनी प्रक्रिया के बारे में जानकारी ले रहे हैं और जल्द ही पूरे प्रॉसेस को आगे बढ़ाया जाएगा। मोहित अग्रवाल ने कहा कि वह गौरी की आगे की शिक्षा की सर्वोत्तम व्यवस्था करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा, 'मेरा सपना है कि गौरी को आईपीएस अफसर बनाया जाए, जिससे कि वह अपने पूरे गांव के लिए मिसाल बन सके।'

फिलहाल कॉन्स्टेबल रजनी कर रही हैं गौरी की देखभाल
फर्रुखाबाद में बीते शुक्रवार 21 बच्चों को बंधक बनाने वाले सुभाष बाथम को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया था। सुभाष के मारे जाने के बाद उसके परिवार के किसी भी सदस्य ने उसका शव लेने की सहमति नहीं जताई। वहीं सुभाष के कथरिया गांव के लोगों ने भी उसका अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस टीम ने ही उसका अंतिम संस्कार किया। सुभाष की पत्नी का अंतिम संस्कार भी पुलिस टीम ने ही कराया। माता-पिता की मौत के बाद बेसहारा हुई सुभाष की एक साल की बेटी गौरी को फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद थाने की कॉन्स्टेबल रजनी को सौंपा गया। रजनी फिलहाल गौरी की देखभाल कर रही हैं।इस बीच कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने गौरी को गोद लेने की पेशकश की है।

पुलिस ने ही कराया अंतिम संस्कार
बता दें कि फर्रुखाबाद में 21 बच्चों को बंधक बनाने वाले सुभाष बाथम को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। वहीं सुभाष की पत्नी की ग्रामीणों द्वारा पिटाई किए जाने के बाद मौत हो गई थी। सुभाष और उसकी पत्नी की मौत के बाद फर्रुखाबाद पुलिस ने उनके शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए दोनों के परिवार से संपर्क किया था। सुभाष और उसकी पत्नी का शव परिवार का कोई भी शख्स लेने के लिए राजी नहीं हुआ। इसके बाद पुलिस की टीम ने ही दोनों का अंतिम संस्कार कराया।

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment