पटना
अवैध खनन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे आरटीआई कार्यकर्ता पंकज कुमार सिंह बालू माफियाओं की आंख की किरकिरी बन गए थे। सूचना के अधिकार से लेकर अधिकारियों को शिकायत कर वह सोन नदी से होने वाले बालू के काले कारोबार का पर्दाफाश करने में जुटे हुए थे। घर वालों को हमेशा अनहोनी की आशंका रहती थी। शनिवार को घर पर वही सूचना आई जिससे परिवार डरता था। परिजन जानते थे कि पंकज जिनसे लड़ रहे हैं, वे बाहुबली हैं। घरवालों ने कई बार पंकज को इस लड़ाई से कदम पीछे लेने के लिए कहा, लेकिन वह हमेशा यह कह बात टाल देते कि अगर मैं नहीं लड़ूगा तो कौन लड़ेगा।
गुरुवार की शाम अपने मौसा के घर कोईलवर थाने के सबलपुर गांव गए थे। वहां से शुक्रवार को निकले, लेकिन घर नहीं पहुंचे। घर वाले मोबाइल मिलाकर परेशान हो गए, लेकिन बात नहीं हो पाई। अचानक पंकज के भाई चंदन के वाट्सएप पर मैसेज आया, जिसमें कटारी गांव के पास बांध पर पंकज की लाश मिलने की सूचना थी। घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है।
अवैध खनन की मांगी थी जानकारी
रानीतालाब के जनपारा गांव के 30 वर्षीय पंकज पांच साल से बालू के अवैध कारोबार का खुलासा करने में जुटे थे। सोन नदी में चल रहे बालू खनन से जुड़ी जानकारी एकत्रित करने के लिए उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत कई आवेदन किए थे। आरटीआई लगाने के बाद बालू माफियाओं में आक्रोश था। पंकज आरटीआई के साथ ही सोशल मीडिया पर भी अभियान चलाकर बालू माफियाओं को चुनौती दे रहे थे। यह भी हत्या का कारण माना जा रहा है।
किसने किया था फोन
पंकज के रिश्तेदारों का कहना है कि वह जब अपने मौसा के घर कोइलवर थाना क्षेत्र में थे तो उनके मोबाइल पर फोन आया था। फोन के बाद ही पंकज मौसा के घर से गांव के लिए निकले थे। अब पंकज का मोबाइल गायब है। ऐसे में शक की सुई फोन करने वाले पर भी है। वह कौन था जिससे पंकज की आखिरी बार बात हुई थी। पुलिस तकनीकी अनुसंधान में यह पता लगाने में जुटी है। सूत्रों की मानें तो धोखे से बुलाकर पंकज की हत्या की गई है।
बालू कारोबारी की भी हत्या
चांदमारी रोड के निवासी सुनील सिंह के पुत्र बालू कारोबारी रॉबिन की भी हत्या हो गई है। उनकी लाश कोडरमा में मिली है। वे 29 दिसंबर से लापता थे। परिजनों का कहना है कि वह रविवार को ननिहाल आरएमएस कॉलोनी गए थे और वहीं से लापता हो गए। रॉबिन का मोबाइल भी बंद था, इस कारण घरवालों ने अनहोनी की आशंका जताते हुए कंकड़बाग थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। थानाध्यक्ष अतुलेश कुमार का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम करा हत्या के पीछे की वजह तलाशी जा रही है।
सोन नदी में चल रहे बालू के खेल का होगा खुलासा
बालू के अवैध खनन को लेकर सोन का इलाका हमेशा चर्चा में रहता है। जब भी घाटों के टेंडर का समय होता है कोई न कोई बड़ी वारदात हो ही जाती है। इन दिनों भी घाटों के बंदोबस्ती और टेंडर की प्रक्रिया को लेकर मारामारी चल रही है। पंकज ने सोन नदी पर चल रहे बालू के खेल का खुलासा करने के लिए कई आरटीआई लगा रखी थीं। उन्होंने माफियाओं के खिलाफ शिकायत भी की थी। आरटीआई कार्यकर्ताओं का कहना है कि पंकज जिस मुहिम में लगे थे, उससे सोन नदी में सक्रिय माफिया बेनकाब हो जाते।
आरटीआई कार्यकर्ता पंकज की हत्या के मामले में जांच चल रही है। पुलिस तह तक पहुंचकर घटना का जल्द ही खुलासा करेगी। पुलिस तकनीकी अनुसंधान के साथ हर पहलू पर काम कर रही है।
– मनोज पांडेय, डीएसपी पालीगंज