मशरूम के शौकीनों को बरतनी चाहिए सावधानी, जानलेवा साबित हो सकती है नादानी

 चम्पावत 
जंगली मशरूम खाने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि पति समेत तीन बच्चे बाल-बाल बच गए। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया है। कोलपुर नेपालगंज नेपाल निवासी आकाश ने बताया कि वह अपनी पत्नी रूपा (27) और तीन बच्चों के साथ पाटी विकासखंड के ढोलीगांव में मजदूरी करने आया था। बीते मंगलवार को रूपा जंगल से मशरूम ले आई। रात में मशरूम की सब्जी खाई। कुछ देर बाद सभी सदस्यों की तबीयत बिगड़ने लगी। बच्चों के साथ उसे भी उल्टियां शुरू हो गईं। काफी देर बाद उसे होश आया। होश आने पर उसने पहले बच्चों को संभाला, जिसके बाद पत्नी को उपचार के लिए पाटी ले आया। रूपा ने ज्यादा मात्रा में मशरूम खा लिया था, जिसके कारण उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई। गुरुवार को वह रूपा को जिला अस्पताल ले आया, जहां शुक्रवार को उसकी मौत हो गई। कोतवाली पुलिस ने रूपा के शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया है।

मशरूम की 14000 प्रजातियां

अगर आप मशरूम खाने के शौकीन हैं तो आपके के लिए यह जान लेना जरूरी है कि मशरूम आपके लिए खतरनाक भी साबित हो सकते हैं। मशरूम की लगभग 14,000 प्रजातियां होती हैं। इनमें से खाने योग्य मशरूम लगभग 50 फीसद ही होते हैं। करीब 3,000 प्रजातियां प्रचलित हैं जिन्हें ज्यादातर खाने में इस्तेमाल किया जाता है। मशरूम की सभी प्रजातियों में लगभग 1 फीसदी जहरीले मशरूम होते हैं। अनुमानतः 30 प्रजातियां खतरनाक होती हैं या यूं कह लीजिए कि जहरीली होती हैं। बारिश के मौसम में मशरूम खुद-ब-खुद ही जंगलों में उग आते हैं। लोग इन मशरूम की सब्जी बनाकर खा भी लेते हैं.. जो कि बिल्कुल नहीं करना चाहिए। ऐसे मशरूम के सेवन से आप बीमार हो सकते हैं। ये जानलेवा भी साबित हो सकता है।

मशरूम की प्रचलित प्रजातियां

किंग बोलीट, सल्फर शेल्फ आसानी से पहचाना जा सकता है। पाइन मशरूम, केंथेरेलस, गुच्छी, सीप मशरूम, पफबाल्स और पॉलीपोरस इकट्ठा करने के लिए सबसे लोकप्रिय प्रकार के मशरूम में से एक हैं। मशरूम की ये प्रजातियां खाने योग्य होती हैं।

सबसे खतरनाक अमानिता

मशरूम की अमानिता प्रजाति सबसे ज्यादा खतरनाक और जहरीली होती है। इसे खाने से खाने वाले की जान तक जा सकती है।

मशरूम खाकर बीमार पड़ें तो करें ये उपचार

जहरीले मशरूम के सेवन के बाद इसके लक्षण और उपचार अलग-अलग हो सकते हैं। 

लक्षण और उपचार- मशरूम खाने के 20 मिनट से 4 घंटे तक अगर मतली, उल्टी, ऐंठन और दस्त इत्यादि जैसी समस्या महसूस हो तो फौरन कोशिश करें कि आपने जो मशरूम खाया है वो आपके शरीर से बाहर निकल आए। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर अस्पताल जाना चाहिए।

सतर्कता

सुरक्षा के मापदंडों में 100 फीसद आश्वस्त होने के बाद ही मशरूम का सेवन करे। कच्चे जंगली मशरूम को आसानी से पहचाना नहीं जा सकता। कोशिश करें कि कच्चे जंगली मशरूम से दूर ही रहें। पुराने मशरूम न खाएं। छत्र के आकार के मशरूम से बचें, जो चौड़े खुले छतरियों की तरह दिखाई देते हैं जिनके तने के चारों ओर सफेद छल्ले होते हैं। ये मशरूम विशेष रूप से चमकीले रंग और धब्बेदार छत्र के आकार के अमानिटस हो सकते हैं। जो कि सबसे घातक मशरूम होते हैं। मीठी महक वाले मशरूम कदापि न खाएं।

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment