भोपाल
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने नोवल कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए स्कूलों, कॉलेजों में अवकाश घोषित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि परीक्षाओं को यथावत रखा जाए। इसके साथ ही, सिनेमा हाल भी बंद रखे जाएं और ऐसे सभी आयोजनों/कार्यक्रमों को भी रोकने का प्रयास हो, जहाँ बड़ी संख्या में नागरिक एकत्रित होते हों। कमल नाथ आज मंत्रालय में नोवल कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी संभव कदम उठाए गए हैं। साथ ही प्रभावित होने की स्थिति में बेहतर इलाज उपलब्ध कराने की व्यवस्थाएं की गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी समाज के जिम्मेदार नागरिक और विभिन्न धर्मों के धर्म गुरुओं से भी आग्रह किया जाए कि वे नागरिकों को जागरुक करने के साथ ही ऐसे आयोजन न करें, जिसमें लोग इकट्ठा हों। उन्होंने कहा कि नोवल कोरोना वायरस के प्रकरण मिलने के पहले ही हमारी तैयारियां ऐसी हो, जिससे यह बीमारी फैलने ही न पाए। उन्होंने कहा कि इसकी रोकथाम के लिए देश में और विदेशों में जो कदम उठाए गए हैं और उसके बेहतर परिणाम भी मिले हैं, उनका भी अनुसरण किया जाये।
मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश के सीमावर्ती राज्य विशेषकर राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश राज्य से आने-जाने वाले लोगों की भी स्क्रीनिंग करने को कहा। उन्होंने कहा कि इन राज्यों में बीमारी की रोकथाम के लिए की गई तैयारियों का भी अध्ययन करें। मुख्यमंत्री ने बैठक में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा अब तक की गई तैयारियों की जानकारी ली।
690 यात्रियों की स्क्रीनिंग
प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मती पल्लवी जैन गोविल ने बताया कि प्रदेश में 5 मार्च की स्थिति में 484 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 107 यात्री होम आईसोलेशन में थे। 43 जिलों से आने वाले कुल 690 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें इन्दौर में 249, भोपाल 122, जबलपुर 36, ग्वालियर 33, उज्जैन 30 और खरगोन 17 यात्री शामिल हैं। मती जैन ने बताया की राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित स्व-सहायता समूह के माध्यम से कपड़े के मास्क बनवाने की कार्यवाई की जा रही है।
स्वास्थ्य अधिकारियों एवं मैदानी कार्यकर्ताओं को किया गया प्रशिक्षित
नोवल कोरोना वायरस बीमारी की रोकथाम के संबंध में जूम प्लेटफार्म के माध्यम से प्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारियों एवं सेटेलाइट के माध्यम से बीसीएम, एएनएम, आशा, आशा सहयोगी, सुपरवाइजर, फार्मासिस्ट आदि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को जानकारी देने के साथ ही उन्हें प्रशिक्षित भी किया गया। बताया गया कि प्रदेश में संक्रमित रोगियों के लिए 348 आइसोलेशन बैड, 104 वेन्टीलेटर, 13115 पीपीई किट, 27,011 एन-95, 58 क्वारेंटाईन सेंटर एवं 741 बैड की व्यवस्था की गई है। नोवल कोरोना वायरस की जांच के लिए एम्स भोपाल एवं एन.आई.आर.टी.एच. जबलपुर में लैब की व्यवस्था की गई है। इस बीमारी की जानकारी के लिए पोर्टल बनाया गया है, जिसका लिंक http://mphealthresponse.nhmmp.gov.in/covid/ है।
कंट्रोल रूम एवं कॉल सेंटर
संक्रमित और संदिग्ध रोगियों की जानकारी देने के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है और कॉल सेंटर स्थापित किया गया है। नियंत्रण कक्ष का नं. 0755-2527177 है। लोगों को जागरूक बनाने एवं बीमारी के लक्षण की जानकारी देने के लिए अपील के साथ रेडियो प्रोग्राम, जिंगल, पोस्टर और पम्पलेट का वितरण किया जा रहा है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव एम.गोपाल रेड्डी, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा संजय शुक्ला, सचिव जनसंपर्क पी.नरहरि एवं चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।