रायपुर
त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन के निष्पक्ष, निर्विघ्न और सफल संचालन के लिए आज रायपुर संभाग के कमिश्नर श्री जी.आर. चुरेन्द्र और प्रेक्षक श्री उमेश कुमार अग्रवाल ने रायपुर जिले के रिटर्निंग अधिकारियों, सहायक रिटर्निंग अधिकारियों और सेक्टर अधिकारियों की बैठक ली।
कमिश्नर ने कहा कि किसी भी निर्वाचन में सेक्टर अधिकारियों की अहम भूमिका होती है। ये मतदान दल और रिटर्निंग अधिकारी के बीच की महत्वपूर्ण कड़ी होती हंै। मतदान के दिन सेक्टर अधिकारी सेक्टर मजिस्ट्रेट की शक्तियों से लैंस होगें। सभी सेक्टर अधिकारी मतदान के पूर्व अपने-अपने सेक्टर के एक-एक मतदान केन्द्रों का व्यक्तिगत रूप से कम से कम तीन बार भ्रमण एवं अवलोकन कर वहां बिजली, पानी, छाया, शौचालय, फर्नीचर, दिव्यांग मतदाताओं के लिए रैम्प आदि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं। वे सेक्टर का नजरी नक्शा, पहुंच मार्गों की जानकारी तथा अधिकारियों के फोन नम्बर भी अपने साथ रखें। मतदान के एक दिन पूर्व वे अपने सेक्टर में ही रात्रि विश्राम करें, जिससे सुबह से ही वे अपने निर्वाचन कार्यों का सम्पादन कर सकें।
कमिश्नर ने सेक्टर अधिकारियों से कहा कि वे पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारियों के दायित्वों से भी भली भांति परिचित हो ताकि आवश्यक होने पर उन्हें वे मार्गदर्शन प्रदान कर सके। उन्होंने एस.डी.एम. और एस.डी.ओ.पी. को संयुक्त रूप से क्षेत्र का दौरा कर और सक्रिय रहकर अपने दायित्वों के निर्वहन करने पर बल दिया। उन्होंने मतदान केन्द्रों में किसी भी प्रकार के प्रचार-प्रसार संबंधी पोस्टर, फोटो, बैनर आदि होने पर उन्हें हटाने तथा आवश्यक साफ-सफाई रखने कहा।
प्रेक्षक श्री उमेश कुमार अग्रवाल ने निर्वाचन से जुड़े सभी अधिकारियों को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से निर्वाचन कराने के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने और इसके लिए निर्वाचन से जुड़ी हर एक र्प्रक्रिया पर ध्यान देने को कहा, जिससे बिना किसी व्यवधान के निर्वाचन सम्पन्न हो। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी-कर्मचारी निर्वाचन संबंधी बारीकियों को समझे तथा सतर्क और सजग होकर उसका पालन करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील है। राजनैतिक दलों के साथ-साथ सभी अभ्यर्थियों और शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए इसका पालन करना अनिवार्य है।