मध्य प्रदेश

भोपाल के विधायकों ने बालश्रम के खिलाफ गुब्बारे छोड़कर दिया सार्थक सन्देश, दोहराया संकल्प

अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस पर बच्चों के साथ काम कर रही संस्था आवाज का आयोजन

भोपाल को बच्चों के लिए सुरक्षित शहर बनाने का दोहराया संकल्प

भोपाल. विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के मौके पर 12 जून (शुक्रवार) को भोपाल के पांच विधायकों ने बाल अधिकारों पर काम कर रही संस्था आवाज के साथ मिलकर शांति के प्रतीक गुब्बारे छोड़कर बाल श्रम के खिलाफ सार्थक संदेश दिया। सभी विधायकों ने बालश्रम के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि हम इस कुरीति के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेंगे।

गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र की विधायक कृष्णा गौर, विश्वास सारंग, पूर्व मंत्री व विधायक नरेला विधानसभा क्षेत्र, पीसी शर्मा, पूर्व मंत्री व विधायक दक्षिण पश्चिम विधानसभा क्षेत्र, आरिफ मसूद, विधायक मध्य विधानसभा क्षेत्र तथा रामेश्वर शर्मा, विधायक हुजूर विधानसभा क्षेत्र ने गुब्बारे छोड़कर संदेश देते हुए कहा कि बाल श्रम दु:खद सच्चाई है और इसके लिए हमें कमर कस कर आगे आना होगा। हम सड़क से लेकर सदन तक बच्चों के पक्ष में आवाज बुलंद करेंगे।

कार्यक्रम के दौरान आवाज के निदेशक प्रशांत दुबे ने कहा कि बाल श्रम हमेशा से ही गंभीर चुनौती है। हमारे देश में हर 10 कामकाजी लोगों में से एक बच्चा है। हमें कई बार लगता है कि कोरोना लॉकडाउन में बालश्रम की चुनौती भी जड़ से खत्म हो गई है, जो कि एक भ्रम ही है, ऐसा है नहीं, बल्कि इस दौर में बालश्रम के अलग-अलग रूप सामने आ रहे हैं। कई समुदाय और लोगों की आजीविका छिन जाने पर बच्चों पर काम का और दवाब बनेगा और इस चुनौती से निबटना अब ज्यादा टेढ़ी खीर साबित होगा।

उन्होंने कहा कि हम सभी मानते हैं कि बच्चों के मुद्दे जब तक राजनीति के केंद्र में नहीं आएंगे तब तक इन पर पहल नहीं हो पाएगी। ऐसे में आवाज द्वारा सभी विधायकों से निवेदन कर यह सार्थक आयोजन किया गया।

गौरतलब है कि 12 जून को अंतरराष्ट्रीय बालश्रम निषेध दिवस है। वर्ष 2002 से विश्व बालश्रम निषेध दिवस मनाया जाता है। इस साल की थीम है कोविड-19 – बच्चों को बालश्रम से रोकथाम। नई रिपोर्ट की माने तो कोरोना काल के बाद बालश्रम में बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसे में यह जरूरी है कि इस तरह के सार्थक आयोजन हों।

भोपाल को बच्चों के लिए सुरक्षित शहर बनाने के लिए आवाज के अलावा अन्य संस्थाएं भी यूनिसेफ के साथ प्रयासरत हैं। इस आयोजन में आवाज की फाउंडर रोली शिवहरे के अलावा गौरव महसे, अस्मा खान, नितेश व्यास, सुरेश राजानी, अमित राजानी, विशाल जाटव सहित अन्य लोग शामिल थे।

>

About the author

admin administrator

Leave a Comment