भेल इंटक अध्यक्ष आरडी त्रिपाठी के नेतृत्व में इंटक, सीटू, एटक आदि यूनियनों ने जताया विरोध
भोपाल. संयुक्त केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आह्वान पर बुधवार को भेल इंटक अध्यक्ष आरडी त्रिपाठी के नेतृत्व में इंटक, सीटू, एटक द्वारा भेल कर्मचारियों की ज्वलंत समस्याओं एवं पब्लिक सेक्टर के उद्योगों के निजीकरण के खिलाफ 5 नंबर फाउंड्री गेट पर विरोध प्रदर्शन किया।
इस मौके पर त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान में पब्लिक सेक्टर के उद्योगों के हालात दिन-बा-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। भेल कर्मचारियों के आर्थिक हितों एवं सुविधाओं में निरंतर कटौती की जा रही है। कर्मचारियों को मिलने वाली सब्सिडी को खत्म किया जा रहा है। सरकार द्वारा कर्मचारियों को नौकरी से बाहर करने के लिए नई नई योजनाएं लाई जा रही हैं, जिसे प्रबंधन द्वारा अमल में भी लाया जा रहा है।
रोजगार के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है। स्थाई रोजगार न देकर सीमित अवधि का रोजगार दिया जा रहा है। श्रम कानूनों में बदलाव कर मजदूरों का शोषण किया जा रहा है। इन सभी बातों को लेकर भेल कर्मचारी लामबंद हो रहे हैं। आगे आने वाले समय में भेलकर्मियों की मागों को लेकर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
भेल कर्मियों के विषय में आरडी त्रिपाठी ने कहा कि ए-1 से ए-12 ग्रेड के समस्त भेल कर्मियों को, जो भेल के मकान में रह रहे हैं, वह लीज पर दिए जाएं। उसके आगे पीछे की जमीन भी भेल कर्मियों को दी जाए। जो कर्मचारी भेल के मकान में नहीं रह रहे हैं, उन्हें भेल की खाली पड़ी जमीन आवंटित किया जाए।
इंटक अध्यक्ष ने कहा कि आने वाले दिन और भी गंभीर हो सकते हैं। आज कर्मचारियों के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है। पब्लिक सेक्टर के कारखानों की स्वतंत्रता सरकार द्वारा छीनी जा रही है। सरकार द्वारा कर्मचारियों से सम्बंधित सभी विषयों पर चाहे वेज रिवीजन हो या अन्य वेलफेयर की सुविधाएं हों, सब पर नई नई कटौती के प्रावधान किए जा रहे हैं। ई-मार्केटिंग द्वारा सरकार ने यूनियन के बेसिक अधिकारों को भी छीनने का प्रयास किया जा रहा है। इन सब से निपटने के लिए हम सब को एकजुट होना पड़ेगा। इस मौके पर कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन का पालन करते हुए बड़ी संख्या में भेलकर्मियों ने उपस्थित होकर विरोध जताया।
इस मौके पर इंटक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गौतम मोरे, कोषाध्यक्ष राजेश शुक्ला, मध्य प्रदेश यूथ इंटक अध्यक्ष मिथिलेश तिवारी, एटक से रामहर्ष पटेल, सीटू से लोकेन्द्र शेखावत, इंटक से महामंत्री रायकवार, सुनील महाले, सीएम साहू, धर्मेन्द्र अवस्थी, फजल खान, इकवाल खान, सुशील सपकाल, प्रणय सरकार, नीरज विश्वकर्मा राजदीप, कंचन कुजूर, प्रदीप मालवीया, मनोज चौकसे, रणजीत चंद्रावत, सुरेश मेहरा, अजीत गोंड, सतेंद्र शर्मा, बुद्धमान सिन्हा, बाबू सिंह सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।