आयोजन में सदस्यों और अतिथियों ने रखे अपने विचार
भोपाल. अखिल भारतीय सीएपीएफ, सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआइएसएफ, आईटीबीपी एवं असम राइफल के भूतपूर्व सैनिक वेलफेयर एसोसिएशन की मध्य प्रदेश राज्य स्तरीय स्थापना एवं पहली बैठक रविवार को की गई। कार्यक्रम का आयोजन सुबह 11 बजे ग्रुप केंद्र सीआरपीएफ बंगरसिया भोपाल के परिवार कल्याण सेंटर पर किया गया।
संगठन से भूतपूर्व सैनिक जोडऩे का आह्वान
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पीके पाण्डेय आईजी मध्य सेक्टर भोपाल रहे। कार्यक्रम में सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआइएसएफ, आईटीबीपी एवं असम राइफल के करीब 60 भूतपूर्व सैनिक जो भोपाल एवं आसपास क्षेत्र में मौजूद शामिल हुए। इस दौरान कार्यकारी अध्यक्ष राजगोपाल सिंह ने एसोसिएशन के साथ ज्यादा से ज्यादा भूतपूर्व सैनिक जोडऩे का आह्वान किया, ताकि संगठन को मजबूत किया जा सके।
समस्याओं का कराया जाएगा समाधान
सिंह ने बताया कि भोपाल में संगठन नहीं होने से कई समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता था। ऐसे में यह संगठन स्थापित होने से सेवारत एवं भूतपूर्व सैनिक उत्तराधिकारी को होने वाली समस्याओं का समाधान और शासन से पत्राचार कर निवारण किया जाएगा।
अर्धसैनिक कल्याण बोर्ड बनाने का अनुरोध किया
इस मौके पर बीए नेगी ने राज्य स्तर पर अर्धसैनिक कल्याण बोर्ड बनाने के लिए संबंधित राज्य सरकार से अनुरोध किया। नेगी ने उत्तराखंड और हरियाणा में इस प्रकार के अर्धसैनिक, सीएपीएफ के राज्य स्तरीय कल्याण बोर्ड स्थापित होने के संबंध में जानकारी दी। नेगी ने इस मौके पर सीएपीएफ कर्मचारी को वन रैंक वन पेंशन, पुरानी पेंशन बहाली करने, भूतपूर्व सैनिक का दर्जा देने, सीएपीएफ के शहीदों को आर्मी सोल्जर जैसी सुविधा देने, सीपीसी कैंटीन में जीएसटी में छूट देने, कैंटीन में उच्च दर्जा की सामग्री छूट के माध्यम से उपलब्ध कराए जाने की बात कही। इसके साथ ही सीजीएचएस डिस्पेंसरी स्थापित किए जाने, जहां सीजीएचएस की सुविधा नहीं है वहां पर पैनल वाली सुविधा देने की बात कही।
मांगे मनवाने अपनानी होगी प्रेशर नीति
इस मौके पर प्रकाश बेलगॉवकर ने कहा कि लोकशाही में अपनी मांगे मनवाने के लिए प्रेशर नीति अपनायी जाती है। इसी तर्ज पर एसोसिएशन को भी अपनी मांगे मनवाने के लिए इस प्रकार के प्रयोग करने चाहिए। बेलगॉवकर ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण काल के दौरान सरकार भूतपूर्व सैनिकों को सर्विस के लिए इस्तेमाल कर सकती थी।
गेट खोलने की मांग रखी
इस मौके पर रंजीत सिंह ने आईजी से स्कूली बच्चों और कैंटीन में आने-जाने के लिए गेट खुलवाने की मांग की। इस मौके पर आईजी पीके पाण्डेय ने सदस्यों द्वारा दिए गए सुझाओं पर अमल करने और उसमें सहयोग करने की बात कही।
इस मौके पर गु्रप केंद्र के कमांडेंट संदीप चौबे, डॉ. मोहम्मद शाकिब, महानिरीक्षक चिकित्सा, बीएस नेगी, प्रकाश बेलगांवकर, एनबी भोसले, उप महानिरीक्षक, कार्यवाह अध्यक्ष राजगोपाल सिंह, नरेंद्र कुमार कमांडेंट, राजेन्द्र सिंह राजपूत, रंजीत सिंह, एबी भास्करराव, उत्तम सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।