मध्य प्रदेश

भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारतीयता के समग्र आयामों के परिचायक थे

बिहार सांस्कृतिक परिषद् भेल ने मनाया देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद जयंती समारोह

भोपाल. बिहार सांस्कृतिक परिषद् भेल द्वारा भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद जयंती समारोह का आयोजन भेल क्षेत्र के बरखेड़ा स्थित सरस्वती देवी मंदिर प्रांगण में किया गया। कार्यक्रम कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए किया गया। मुख्य अतिथि रविन्द्रनाथ झा, महाप्रंबधक, भेल, भोपाल रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। परिषद के महासचिव सतेन्द्र कुमार ने संस्था का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक कृष्णा गौर ने ऑनलाइन माध्यम से समारोह को संबोधित करते हुए डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जयंती की शुभकामनाएं दी।

विशिष्ट अतिथि रविन्द्र कुमार झा, महाप्रंबधक, भेल ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जीवन के विभिन्न पहलुओं को याद किया और लोगों को उनके जीवन की सादगी एवं विद्वता के बारे में अवगत कराया। झा ने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के संविधान निर्माण में महती भूमिका निभाते हुए भारत को सुदृढ़ राष्ट्र के रूप में स्थापित करने का कार्य किया।

उन्होंने कहा कि किसी भी संस्कृति के विकास एवं संरक्षण के लिए भाषा एवं बोली से सतत जुड़े रहने की जरूरत है। जिस किसी समाज अथवा राष्ट्र ने अपनी भाषा एवं बोली से दूरियां बनाई, वह संस्कृति अपने अस्तित्व को नहीं बचा पाई। इस मौके पर लोकगायक अमर ज्योति अनुज द्वारा बिहार की महिमा विषय पर लोक गायन प्रस्तुत किया गया।

इसके माध्यम से उन्होंने बिहार की विभूतियों का स्मरण किया। समारोह में रविन्द्र कुमार राय, अध्यक्ष एवं महाप्रंबधक, भेल, भोपाल, अविनाश चंद्रा, कार्यवाहक अध्यक्ष एवं अपर महाप्रबंधक, भेल, रूपा चौहान, अरुण विश्वकर्मा, सुरुचि कुमार, पृथवीराज सिन्हा, सुनील सिन्हा, गिरी बाबा, मनोज पाठक, रामनंदन सिंह, संजय साह, राजकुमार सहित कार्यकारिणी सदस्य मौज्ूद रहे।

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