गरीबों, मजदूरों और बेसहारा लोगों का सहारा बन रहे सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि
भोपाल. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते देशभर में चल रहे लॉकडाउन के दौरान गरीब, बेसहारा और मजदूरों के सामने रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। देश में आई संकट की इस घड़ी में सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित सामाजिक संगठन और आमजन भी अपने-अपने स्तर पर पूरा सहयोग कर रहे हैं। लॉकडाउन के बाद से लगातार लोगों द्वारा मजदूरों, जरूरतमंदों और बेसहारा लोगों को भोजन के पैकेट और राशन बांटा जा रहा है।
शासन के राहत कोष में किया दान
भाजपा युवा नेता नीरज शर्मा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से प्रेरित होकर लोगों की मदद के लिए पहल की है। कोरोना महामारी के कारण देश में आई विपरीत एवं कठिन परिस्थितियों में समाज के गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए भोपाल एसडीएम राजेश गुप्ता की मौजूदगी में 50 क्विंटल गेहूं शासन के राहत कोष में दान किया।
भेल के ठेका श्रमिक को किया राशन का वितरण
ऑल इंडिया भेल एम्प्लाईज यूनियन भेल भोपाल द्वारा 1 मई मजदूर दिवस पर रामनारायण गिरी के नेतृत्व में भेल में कार्य करने वाले ठेकेदार, स्किल डेवलमेंट, ब्लू कंप्यूटर आदि के माध्यम से आने वाले ठेका श्रमिकों को खाद्यान्न का वितरण किया गया। आशीष सोनी ने बताया कि इसमें भेल में विभिन्न ब्लाकों में कार्य करने वाले लगभग 150 ठेका श्रमिक थे।
बता दें कि यूनियन द्वारा प्रतिवर्ष 1 मई मजदूर दिवस पर भेल के श्रमिकों के लिए एक शाम भेल के श्रमिकों के नाम का आयोजन किया जाता है, लेकिन इस वर्ष लॉकडाउन के कारण यह संभव नहीं हुआ। इसलिए यूनियन के महासचिव रामनारायण गिरी ने भेल में कार्य करने वाले ठेका श्रमिकों को खाद्यान्न उपलब्ध करवाया। हालांकि ये क्रम यूनियन द्वारा पहले से ही चलाया जा रहा है।
मजदूर दिवस पर 150 पैकेट कच्चे राशन का वितरण किया गया। बता दें कि ऑल इंडिया भेल एम्प्लाईज यूनियन भेल भोपाल द्वारा अब तक लगभग 850 पैकेट कच्चे राशन का वितरण किया जा चुका है।
कोरोना को दूर करने बगलामुखी माई से सामूहिक प्रार्थना
देश भर में बढ़ रहे कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए तरह-तरह के जतन किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में बगलामुखी माई के साधक एवं एस्ट्रोलाजर डॉ. विमल गुरुजी के आह्वान पर कोरोना (कोविड-19) वायरस के संहार के लिए देश के 5100 माई के साधकों द्वारा बगलामुखी देवी के प्रकाटय दिवस 1 मई को रात 9 बजे से 9.27 मिनट तक सामूहिक प्रार्थना की गई।
उल्लेखनीय है कि सभी साधकों ने इस 27 मिनट की साधना को अपने-अपने घर पर ही निर्धारित समय पर की। एस्ट्रोलाजर डॉ. विमल गुरुजी ने बताया कि माता बगलामुखी स्तंभन कि देवी हैं, शत्रुओं का शमन करने में उनकी पूजा आराधना सर्वोपरि है। कोरोना वायरस भी अददृश्य शत्रु है, जिसने दुनिया भर में तबाही मचा रखी है। इनका कहना है कि माई से की गई इस सामूहिक प्रार्थना के शीघ्र ही चमत्कारी परिणाम मिलेंगे।