बुलंदशहर
स्याना हिंसा के दौरान पुलिस की गोली लगने से मारे गए सुमित के परिवार को बंधक बनाने के मामले में एक निरीक्षक समेत 9 पुलिसकर्मियों को सीजेएम न्यायालय में तलब किया गया है। आरोप है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की जनसभा के चलते मृतक सुमित के परिवार को बंधक बनाया गया।
गौरतलब है कि 6 फरवरी को बुलंदशहर में भाजपा कार्यालय के उद्घाटन करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बुलंदशहर पहुंचे थे। स्याना हिंसा में मारे गए चिंगरावठी गांव के छात्र सुमित के परिवार को जनसभा में आने से रोकने के लिए पुलिस पर पूरे परिवार को बंधक बनाने का आरोप लगा था।
इस मामले में सुमित के पिता अमरजीत ने सीजेएम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसमें तत्कालीन कोतवाल किरनपाल सिंह, निरीक्षक विजय राठी, दो अज्ञात दरोगा, सिपाही राम आसरे, सुंदर, वीरेंद्र, शुभम सैनी समेत 9 पुलिसकर्मियों पर बंधक बनाकर मारपीट करने का आरोप लगा था। इसके अलावा पुलिसकर्मियों पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगा था। सीजेएम कोर्ट में सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ परिवाद दर्ज कर लिया गया। अब इस मामले में सीजेएम ने निरीक्षक किरनपाल सिंह एवं विजय राठी समेत सभी 9 पुलिसकर्मियों को आगामी 25 नवंबर को कोर्ट में जरिए समन तलब किया है।