भुवनेश्वर
2019 लोकसभा चुनाव के साथ-साथ देश के चार राज्यों में विधानसभा चुनाव भी हुए थे। इनमें ओडिशा, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम शामिल है। लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनावों में भी क्षेत्रीय पार्टियों ने पानी की तरह पैसा बहाया था। ओडिशा की सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मिलाकर 227.79 करोड़ रुपए खर्च कर दिए थे। ये आंकड़ा 2014 के चुनाव से करीब 18 गुना ज्यादा है।
227 करोड़ खर्च कर BJD को हासिल हुई 112 सीटें
बीजद के द्वारा भारतीय चुनाव आयोग को दिए गए चुनावी खर्चे के विवरण के आधार पर ये जानकारी प्राप्त हुई है कि इस पार्टी ने 2019 के चुनावों में पैसे को पानी की तरह बहा दिया। चुनाव प्रचार पर किए गए इस बेहिसाब खर्च के बाद बीजू जनता दल को 146 में से 112 सीटें हासिल हुई और नवीन पटनायक मुख्यमंत्री बने। इसके अलावा बीजद ने लोकसभा चुनाव में 12 सीटें जीतीं।
2014 के मुकाबले 18 गुना ज्यादा बहाया पैसा
आपको बता दें कि बीजद के द्वारा खर्च की गई इस रकम की तुलना अगर 2014 से की जाए तो ये 18 गुना ज्यादा है। 2014 के चुनावों में बीजद ने 12.62 करोड़ रुपए खर्च किए थे।
खर्चे का ब्यौरा
– चुनाव आयोग को दी गई जानकारी में बताया गया है कि पार्टी ने विज्ञापन पर 71.26 करोड़ रुपए खर्च किए जबकि सोशल मीडिया कैंपेन के लिए 5.26 करोड़ रुपए, स्टार प्रचारकों के लिए 11.52 करोड़ रुपए, प्रचार सामग्री जैसे होर्डिंग्स, पोस्टर और झंडे के लिए 14.58 करोड़ रुपए, चुनाव के लिए 16.86 करोड़ रुपए खर्च किए। इसके अलावा मीटिंग्स,जुलूस और रैलियाँ, चुनाव सर्वेक्षणों के लिए 7.02 करोड़ रुपये और चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों के लिए 16.21 लाख रुपये खर्च किए गए।
– BJD द्वारा दिखाए गए अन्य खर्चों में होलोग्राम के लिए 20.06 करोड़ रुपये और विभिन्न जिलों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए 4.35 करोड़ रुपये शामिल हैं। पार्टी ने वॉल पेंटिंग के लिए 1.55 करोड़ रुपये, वॉल रैपिंग के लिए 4.51 करोड़ रुपये और वीडियो और ऑडियो फुटेज के लिए 6.85 करोड़ रुपये खर्च किए।