नई दिल्ली
अधिकतर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अपने रेग्युलर कस्टमर्स के 2,000 रुपये तक के ट्रांजैक्शंस के लिए वन टाइम पासवर्ड (OTP) ऑथेंटिकेशन की जरूरत को खत्म करने की तैयारी कर रहे हैं। इसका मकसद ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को पहले से अधिक सुगम बनाना है। फ्लिपकार्ट पहले ही इसे अपना चुकी है, जबकि स्विगी तथा ऑनलाइन कैब सेवा प्रदाता कंपनियां भी इसे अपनाने वाली हैं।
RBI ने दी थी मंजूरी
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा चरणबद्ध तरीके से नियमों में ढील देने की वजह से बिना ओटीपी के ट्रांजैक्शंस संभव हो पाया है। आरबीआई ने ट्रांजैक्शंस को सुगम बनाने के लिए बैंकों को बिना ओटीपी के ऑनलाइन ट्रांजैक्शंस की मंजूरी दी थी। पेटीएम पेमेंट गेटवे के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट पुनीत जैन ने कहा कि उनकी कंपनी मर्चैंट को बिना ओटीपी के क्रेडिट कार्ड से पेमेंट लेने के लिए सशक्त कर रही है।
रेकरिंग पेमेंट्स से भी हो रहा फायदा
उन्होंने कहा, 'एक अन्य हालिया इनोवेशन रेकरिंग पेमेंट्स की सुविधा प्रदान करना है। अब हम ग्राहकों को ऐसे पेमेंट कार्ड्स और वॉलेट्स के अलावा यूपीआई के जरिए भी करने की सुविधा दे रहे हैं।'
'40% ऑनलाइन ट्रांजैक्शंस हमारे जरिए'
वन 97 की सहायक कंपनी पेटीएम पेमेंट गेटवे का दावा है कि मार्केट में 40% डिजिटल ट्रांजैक्शंस उसके जरिए होते हैं। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म आईआरसीटीसी, फूड डिलीवरी तथा लाइफस्टाइल ऐप्स पर यह सबसे बड़ा पेमेंट गेटवे है।