रायपुर
कंडेल गाँव वह गाँव है जिसकी पहचान गाँव में रहने वाले ग्रामीणों से ज्यादा गांधी जी की वजह से है। उनके विचारों आदर्शों और व्यक्तित्व की वजह से गांधी जी आज भी गाँव के गलियों,चौराहों के साथ जन जन में बसते है। लगभग सौ साल पहले गांधी जी के आगमन के बाद पवित्र हुई यहाँ की मिट्टी और धन्य समझ रहे यहाँ के लोगों में आज एक बार फिर वही अहसास और उमंग, उत्साह नजर आया। अब तक उस ऐतिहासिक दिन की गाथा सुनकर अपने आपको इस गाँव का निवासी मानकर गौरवान्वित महसूस करने के साथ उस दौरान गांधी जी की यात्रा को देख नही पाने,उसमें शामिल नही हो पाने के मलाल में रहने वाले सैकड़ों लोगों ने आज मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के साथ ’गांधी विचार पदयात्रा’ में अपनी भागीदारी के साथ अपने दिल की इच्छा भी पूरी की।
पदयात्रा में बच्चे, नौजवान, बुजुर्ग, महिलाएं सभी साथ चलने इस तरह आतुर नजर आ रहे थे, जैसे एक बार फिर गांधी जी उनके गांव आये हैं। गांधी विचार पदयात्रा के दौरान पूरा गांव गांधीमय नजर आया। मुख्यमंत्री भी शायद गाँव के लोगों की भावनाओं को भलीभांति समझ रहे थे। गाँव के एक बच्चे के उत्साह को देखते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें गोद में उठा लिया। एक महिला ने मुख्यमंत्री के पांव प्रक्षालन की इच्छा जताई तो उन्होंने मना नही किया। लोगों की जितनी भीड़ गलियों में पदयात्रा में थी उतनी ही भीड़ घर के चौखटों में,छतों में भी थी। गाँव की अनेक महिलाएं पदयात्रियों के रास्ते में फूलों, पंखुडि़यों की बौछार कर रही थी।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150 वी जयंती के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गांधी विचार पदयात्रा की शुरुआत के लिए धमतरी जिला के ग्राम कंडेल को न सिर्फ चुना अपितु अपने मंत्रियों के साथ स्वयं भी पहुंचे और इस विचार पदयात्रा में शामिल होकर पैदल चले। कई किलोमीटर तक की पदयात्रा में मुख्यमंत्री ने आज के दिन को एक बार फिर इतिहास के पन्नों में दर्ज करा दिया। पदयात्रा में शामिल गांववासियों का उत्साह भी देखने लायक था। गाँव की गलियों में पैर रखने की जगह नही थी। लोग पैदल चलते इस यात्रा में सहभागी बने।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कंडेल में ग्रामीणों की सहभागिता से तैयार गोकुलधाम गोठान का फीता काटकर उदघाटन किया और यहाँ की व्यवस्थाओं का अवलोकन के साथ ग्रामीणों से बात की। उन्होंने ग्रामीणों की आपसी सहभागिता से बनाये गए गोठान की प्रशंसा की। यहां से मुख्यमंत्री गाँव की नवनिर्मित वाटिका में महात्मा गाँधी जी और कंडेल सत्याग्रह के नायक बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने गांधीजी की याद में गाँव के तिराहे में चरखा स्मारक का अनावरण किया। यहाँ से गांधी विचार पदयात्रा में शामिल होकर हजारों लोगों के साथ हायर सेकंडरी स्कूल मैदान में पहुचकर आमसभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल को यहां पाकर गौरवान्वित महसूस कर रहे गौरव ग्राम कंडेल के ग्रामीण उनका स्वागत के लिए लालायित थे। मुख्यमंत्री ने यहाँ आते ही अपने स्वागत के लिए इंकार किया कुछ स्वागतकर्ता मायूस हो गए, लेकिन जैसे ही स्वागतकर्ताओं ने मुख्यमंत्री जी को सुना कि वे गौरव ग्राम कंडेल में गाँधी जी की विचार पदयात्रा में शामिल होने आए है और यहाँ के स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों, गाँधी जी की यात्रा के गवाह और सहभागी वरिष्ठ जनों की सम्मान करने आये है तो सभी स्वागतकर्ताओ के साथ उपस्थित हजारों लोगों ने ताली बजाकर मुख्यमंत्री श्री बघेल की इस नेक विचार की प्रशंसा की।