रायपुर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रियंका गांधी का बयान गेरूआ वस्त्र किसी की बपौती नहीं है का समर्थन करते हुए े कहा कि गेरूआ वस्त्र त्याग और बलिदान का प्रतीक है, मोहमाया से जुड़े लोगों को इस रंग के वस्त्र का धारण शोभा नहीं देता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे गेरूआ रंग का वस्त्र धारण कर कुर्सी से चिपके हुए हैं।
गेरुआ वस्त्र और ध्वजा शिवाजी महाराज ने अपनाया था और अपना पूरा राजपाठ समर्पित कर दिया था, योगी आदित्यनाथ भगवा रंग धारण कर लिए हैं लेकिन संसार का त्याग नहीं किया बल्कि कुर्सी से चिपक गए हैं। सही मायने में भारत के साधु-संतों ने जिस भगवा रंग को अपनाया व त्याग की भावना से अपनाया है लेकिन, यहां त्याग नहीं दिखाई देता। उत्तर प्रदेश में तो जातिवाद दिखाई दे रहा है योगी आदित्यनाथ वहां जातिवाद फैला कर रखे हैं।उन्होंने आगे कहा कि गेरुआ वस्त्र त्याग का रंग है हरा रंग हरियाली और उसी प्रकार से सफेद सादगी का परिचायक है। लेकिन आप स्वयं को साधु बताकर गेरुआ धारण कर रहे हैं और मोह माया में फंसे हुए हैं, यह रंग इसलिए नहीं है कि सत्ता प्राप्त किया जाए, इस दौरान उन्होंने उमा भारती और प्रज्ञा ठाकुर पर भी तंज कसते हुए कहा कि प्रज्ञा ठाकुर को मैं साध्वी नहीं मानता। वह जब भी जुबान खोलती हैं तो जहर उगलती है यह साधु का लक्षण नहीं हैं।