देश मध्य प्रदेश

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्र्फेंसिंग के किया रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना का लोकार्पण

भारत विश्व में “क्लीन एनर्जी” का मॉडल बनेगा, मध्यप्रदेश सस्ती एवं साफ-सुथरी बिजली का बन रहा हब, राज्यपाल आनंदीबेन एवं मुख्यमंत्री चौहान वीडियो कॉन्फ्रेंसिग से शामिल हुए

भोपाल. भारत विश्व में ‘क्लीन एनर्जी का मॉडल बनेगा। भारत ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय सोलर एलायंस’ का निर्माण किया है। हमारे प्रयास हैं कि आम आदमी अपनी जरूरत की बिजली घर पर ही पैदा करे। इस कार्य में सरकार मदद करेगी। यह बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना का लोकार्पण दिल्ली से वीडियो कॉन्फें्रसिंग के माध्यम से करते हुए कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम प्रयासरत हैं कि देश में बेहतर सोलर पैनल, बैट्री, स्टोरेज बनें तथा हमें विदेशों से उपकरण आयात नहीं करना पड़े।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हो रहे हैं। मध्यप्रदेश सस्ती एवं साफ-सुथरी बिजली का हब बन रहा है। रीवा ने आज वाकई इतिहास रच दिया है। सफेद बाघ के नाम से जाना जाने वाला रीवा अब विश्व में सेालर प्लांट के नाम से भी जाना जाएगा। यहां खेतों में लगे हजारों पैनल ऐसा एहसास दिलाते हैं, मानो खेतों में फसल लहरा रही हो या गहरे समंदर का नीला पानी हो। इस अभूतपूर्व कार्य के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, क्षेत्र की जनता सहित पूरी टीम बधाई की पात्र है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं। कोरोना के प्रभावी नियंत्रण के साथ ही मध्यप्रदेश ने गेहूं का रिकार्ड उत्पादन किया है। अब मध्यप्रदेश सौर ऊर्जा उत्पादन में भी रिकार्ड बनाएगा। शासन ऐसी योजना बना रहा है, जिसके माध्यम से अब किसान अपनी बंजर एवं अनुपयोगी भूमि पर सोलर पैनल लगाकर बिजली का उत्पादन कर सकेगा। वह स्वयं की आवश्यकता की पूर्ति के साथ ही दूसरों को भी बिजली दे पाएगा। हमारा अन्नदाता किसान अब ऊर्जादाता भी बन सकेगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना का लोकार्पण दिल्ली से वीडियो कॉन्फें्रसिंग के माध्यम से किया। इस मौके पर वीडियो कॉन्फें्रसिंग में लखनऊ से राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, भोपाल से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलोत, धर्मेन्द्र प्रधान, प्रहलाद पटेल, आरके सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते दिल्ली से तथा रीवा से सांसद, विधायकगण एवं जनप्रतिनिधि शामिल हुए।

रीवा से चलेगी दिल्ली की मेट्रो
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि रीवा सोलर परियोजना से न केवल मध्यप्रदेश को बिजली प्राप्त हो रही है, बल्कि यह हर्ष का विषय है कि परियोजना अपनी 24 प्रतिशत बिजली दिल्ली मेट्रो को प्रदान कर रही है। दिल्ली की मेट्रो रीवा से चलेगी।

श्योर, प्योर एवं सिक्योर ऊर्जा का स्त्रोत है सूर्य
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे देश में सूर्य उपासना का विशेष स्थान है। सूर्य हमें पवित्र तो करता ही है, हमारे लिए अक्षय ऊर्जा का स्त्रोत भी है। सूर्य श्योर, प्योर एवं सिक्योर ऊर्जा देता है। इसकी ऊर्जा ‘श्योर’ अर्थात सदा सर्वदा है, ‘प्योर’ अर्थात पर्यावरण के लिए सुरक्षित एवं शुद्ध है तथा ‘सिक्योर’ अर्थात हमेशा के लिए है और हमारी ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर सकती है।

भारत की सस्ती सौर ऊर्जा की पूरी दुनिया में चर्चा है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में हम विश्व के टॉप 5 देशों में पहुंच गए हैं। भारत ने सिद्ध कर दिया है कि सौर ऊर्जा अर्थव्यवस्था एवं पर्यावरण दोनों की दृष्टि से लाभदायी है। वर्ष 2014 में जहां सौर ऊर्जा की कीमत 7 से 8 रुपए प्रति यूनिट हुआ करती थी, आज वह घटकर 2.25 से 2.50 रुपए प्रति यूनिट हो गयी है। रीवा सोलर प्लांट के माध्यम से सस्ती बिजली का उत्पादन बड़ी उपलब्धि है। सोलर बिजली की आत्मनिर्भरता आत्मनिर्भर भारत के लिए आवश्यक है।

साफ-सुथरी ऊर्जा के प्रति हम संकल्पित
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि साफ सुथरी ऊर्जा के प्रति हम संकल्पित हैं। हमें पर्यावरण की सुरक्षा तो करना ही है, साथ ही जनजीवन को आसान भी बनाना है। हमने हर घर में एलपीजी, सीएनजी आधारित वाहन व्यवस्था तो की ही है, अब बिजली आधारित परिवहन की व्यवस्था के प्रयास किये जा रहे हैं। देश में गत वर्षों 36 करोड़ एलईडी बल्ब के माध्यम से लगभग 600 अरब यूनिट बिजली बचाई गई है। हमारा ध्येय है कि हर व्यक्ति तक सस्ती बिजली पहुंचे तथा वातावरण हवा पानी भी शुद्ध बना रहे।

प्रधानमंत्री की प्रेरणा से मध्यप्रदेश आगे बढ़ रहा है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ‘मैन ऑफ आईडियास’ हैं तथा उनकी प्रेरणा एवं दूरदृष्टि से ही हर क्षेत्र में मध्यप्रदेश आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते ही यह जान लिया था कि भविष्य की ऊर्जा सौर ऊर्जा है तथा इस क्षेत्र में प्रभावी कार्य प्रारंभ कर दिये थे। मध्यप्रदेश में वर्ष 2010 में इसके लिए हमने नया विभाग बनाया। एशिया की सबसे बड़ी सोलर इकाई का नीमच में शुभारंभ प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ही किया गया। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से ही वर्ष 2017 में रीवा सोलर प्लांट का कार्य ऊर्जा मंत्री आरके सिंह की मौजूदगी में शुरू किया गया। ‘मैं प्रदेश की 7.5 करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं।

रीवा सोलर प्लांट ने कई कीर्तिमान स्थापित किये
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि रीवा सोलर प्लांट ने कई नये कीर्तिमान स्थापित किये हैं। यह सौर ऊर्जा के क्षेत्र में ‘गेम चेंजर’ परियोजना है। मात्र 2.97 रुपए प्रति यूनिट की सस्ती बिजली, पहली बार राज्य के बाहर व्यावसायिक संस्थान को बिजली प्रदाय करना, विश्व बैंक से बिना गारंटी के न्यूनतम ब्याज दर पर ऋण प्राप्त करना, 2 करोड़ 60 लाख पेड़ों के बराबर कार्बन उत्सर्जन बचाना आदि ऐसे प्रतिमान हैं, जो इस परियोजना को अनूठी बनाते हैं।

भारत के एक लाख मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन के लक्ष्य में मध्यप्रदेश की बड़ी भागीदारी
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2022 तक देश में एक लाख मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को पूरा करने में मध्यप्रदेश बड़ी भागीदारी निभाएगा। प्रदेश में आगामी सौर परियोजनाओं के माध्यम से लगभग 10 हजार मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादित होगी।

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमेप तैयार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की आत्मनिर्भर भारत की योजना को मूर्त रूप देने के लिये आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप तैयार कर लिया गया है तथा उस पर तत्परता से अमल किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने गरीब कल्याण योजना के माध्यम से गरीबों के लिये सरहानीय कार्य किया है। मध्यप्रदेश के 14 जिलें इसमें शामिल किये गये हैं। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में चंबल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश को बड़ी सौगात दी है। इसके लिये पूरा प्रदेश हृदय से आभारी है।

प्रधानमंत्री ने की मुख्यमंत्री के कार्यों की सराहना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश में कोरोना के प्रभावी नियंत्रण सहित अन्य कार्यों की सराहना की। कार्यक्रम में मुख्य सचिव कबाल सिंह बैंस उपस्थिति थे। संचालन, स्वागत भाषण एवं आभार प्रदर्शन प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे द्वारा किया गया।

>

About the author

admin administrator

Leave a Comment