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प्रदूषण: क्या आप जानते हैं एक सांस में आप शरीर में भर रहे हैं इन 4 जहरीली गैसों का जहर

 नई दिल्ली 
आज के विज्ञानिक युग में विज्ञान से मानव को जहां कुछ वरदान मिले है, वहीं कुछ अभिशाप भी उसकी छोली में गिरे हैं। ऐसे ही एक अभिशाप का नाम है प्रदूषण। जी हां आजकल दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। सांस लेते समय हवा में मौजूद धूल-मिट्टी के कणों के अलावा व्यक्ति कई जहरीली गैसों को भी निगलने के लिए मजबूर है। जिसकी वजह से फेफड़ों, हृदय और मस्तिष्क को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है।

हाल ही में इस साल मई में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने प्रदूषित शहरों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के टॉप 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 13 भारत के ही हैं। सबसे चिंता की बात यह है कि इन टॉप 10 शहरों में से 9 भारत के ही शहर हैं।

मेट्रों शहर का बढ़ता प्रदूषण आजकल हर दूसरे व्यक्ति के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे में क्या आप जानते हैं स्मॉग की एक सांस में आप कितनी जहरीली गैस शरीर के भीतर लेकर जा रहे हैं। आइए जानते हैं आखिर क्या है इन 4 जहरीली गैसों के नाम और शरीर पर पड़ने वाले इनके बुरे असर के बारे में।   

कैसे बढ़ता है स्मॉग-
दिन के समय प्रदूषित कण सूरज की रोशनी से रसायनिक क्रिया करके नए प्रदूषित कण बनाते हैं, इससे स्मॉग और बढ़ता है।

स्मॉग की एक सांस में आप पी रहे हैं इन गैसों का जहर-
-नाइट्रोजन ऑक्साइड : ये तीव्र प्रतिक्रियाशील गैसों का समूह है, जिसमें नाइट्रोजन डाई ऑक्साइड  घुली होती है।
असर : प्रतिरोधक क्षमता में कमी, त्वचा के कैंसर का खतरा
-कार्बन मोनोऑक्साइड : यह रंगहीन और गंधहीन गैस है और वाहन के ईंधन से पैदा होती है। इससे वातावरण की दृश्यता घटती है।
असर : सुनने की क्षमता में कमी, सिर व सीने में दर्द
-सल्फर डाईऑक्साइड : यह ऐसी गैस है जो पानी में घुलकर अम्ल बनाती है।
असर : सांस उखड़ना
-ओजोन : यह वातावरण में मौजूद गैसों के सूर्य से प्रतिक्रिया करने पर पैदा होती है। 
 असर : आंखों में पानी आना, खराश 

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