नई दिल्ली
इटावा पुलिस लाइन में तैनात दरोगा विजय प्रताप ने शुक्रवार को अपने नए तैनाती स्थल बिठौली थाने की 60 किलोमीटर की दूरी दौड़कर तय करने की ठान ली. पुलिस लाइन से दौड़ते हुए दरोगा जब हाईवे पर पहुंचा तो लोग हैरत में पड़ गए. दरअसल दरोगा को उनकी मर्जी के खिलाफ बिठौली थाने में तैनात कर दिया गया है. उन्होंने इसके लिए रिजर्व इंस्पेक्टर ऑफ पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है.
बताया जा रहा है कि तकरीबन 40 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद दरोगा विजय प्रताप चकरनगर के हनुमंतपुरा के पास बेहोश होकर गिर पड़े. ग्रामीणों ने उन्हें रोड से उठाकर चारपाई पर लिटाया और एंबुलेंस बुलाई गई है.
बता दें कि दरोगा विजय प्रताप पहले भी बिठौली थाने में तैनात रहे हैं. बाद उन्हें पुलिस लाइन भेज दिया गया था. लेकिन एक बार फिर उन्हें उसी थाने में भेज दिया गया. विजय प्रताप का कहना है कि जबरन मुझे फिर उसी थाने में भेज दिया गया.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार विजय प्रताप ने कहा कि इंस्पेक्टर ऑफ पुलिस ने जबरन मेरा तबादला कर दिया. एसएसपी ने मुझे पुलिस लाइन में रहने को कहा लेकिन मुझे बिठौली जबरन भेज गया. आप इसे मेरी नाराजगी भी कह सकते हैं या अप्रसन्नता. लेकिन मैं दौड़ा और बिठौली पहुंचा.