रायपुर
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर को फोन पर धमकी देने के मामले में बुधवार को विधानसभा में उठा। विपक्षी सदस्यों ने विधायकों की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की। इस पूरे मामले में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि धमकी देने वाले व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही श्री चंद्राकर को अतिरिक्त सुरक्षा उपलब्ध कराई गई थी, लेकिन उनके खुद के अनुरोध पर सुरक्षा वापस लिया जा रहा है। बावजूद इसके विपक्षी सदस्य संतुष्ट नहीं हुए और रेत के अवैध उत्खनन पर काम रोको प्रस्ताव की सूचना देकर तत्काल चर्चा कराने की मांग करने लगे। साथ ही साथ मुख्यमंत्री के खिलाफ भी विशेषाधिकार हनन की सूचना दी। इस दौरान शोर-शराबे के कारण सदन की कार्रवाई पांच मिनट तक के लिए स्थगित कर दी गई।
प्रश्नकाल में भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा ने मामला उठाया है और जानकारी दी कि वरिष्ठ सदस्य अजय चंद्राकर को जान से मारने की धमकी दी गई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे से इस पूरे मामले की जानकारी लेने के लिए कहा। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि विधायक जनहित के मुद्दे न उठाए तो कहां जाएंगे। अब ऐसे मामले प्रदेश में आ रहे हैं। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि सरकार को प्रकरण की जानकारी है। श्री चंद्राकर ने भी इससे अवगत कराया था कि एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर है। बाद में गृहमंत्री श्री साहू ने पूर्व मंत्री श्री चंद्राकर को धमकी देने के मामले में वस्तु स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि मंगलवार की शाम एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा विधायक श्री चंद्राकर के मोबाइल नंबर पर कॉल कर अभद्र व्यवहार किया।
पूर्व मंत्री ने बताया कि विधायक द्वारा डीजीपी को फोन कर तत्काल घटना की सूचना दी गई। सूचना मिलते ही डीजीपी के निर्देश पर इंटेलीजेंस शाखा द्वारा उक्त मोबाइल नंबर कॉलर की पहचान की गई। पुलिस की कई टीमें तत्काल बनाई गई और उक्त व्यक्ति को गिरफ्तार करने के निर्देश डीजीपी को दिए गए। गृहमंत्री ने बताया कि रात्रि में दुर्ग पुलिस द्वारा उक्त कॉलर को हिरासत में ले लिया गया। उक्त कॉलर का नाम जसपाल सिंह रंधावा है और वह दुर्ग का रहने वाला है। आरोपी ने पूछताछ पर पुलिस को बताया कि उसका रेत खदान का व्यवसाय है और मगरलोड थाने के ग्राम देवरी, बिलोदा, हथबंध और अमलीडीह में रेत का काम है। उन्होंने यह भी बताया कि पड़ोसी गांव हथबंध के नवीन चंद्राकर और नागू चंद्राकर का रेत का काम चल रहा है, लेकिन जसपाल सिंह रंधावा के रेत का काम बंद कर दिया गया। इससे जसपाल सिंह परेशान था।
गृहमंत्री ने बताया कि गांव वालों ने जसपाल सिंह को मोबाइल नंबर दिया और बताया कि ये विधायक के पीए का नंबर है। इस पर बात कर लीजिए। आरोपी रंधावा ने उक्त मोबाइल नंबर में बात कर विधायक से अभद्र व्यवहार किया। जसपाल सिंह रंधावा के खिलाफ शांति भंग की आशंका पर धारा-151 के अंतर्गत गिरफ्तार कर सक्षम न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है। विधायक द्वारा एफआईआर करने से मना किया गया, लेकिन विधायक चाहेंगे तो तत्काल एफआईआर दर्ज कर यथोचित विधि संगत कार्रवाई की जाएगी। रात्रि में ही विधायक को अतिरिक्त सुरक्षा उपलब्ध कराई गई थी। जिन्हें विधायक के अनुरोध पर वापस लिया जा रहा है। प्रदेश की सरकार और पुलिस विधायकों व जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित है।