विदुर के अनुसार वह पुरुष जिसमें खास प्रकार के 12 गुण होते हैं, वही होता है बुद्धिमान पुरुष
भोपाल. विदुर के अनुसार वह पुरुष जिसमें खास प्रकार के 12 गुण होते हैं, वही होता है बुद्धिमान पुरुष। ऐसा पुरुष ही राज्य का कार्यभार संभालने के लायक होता है। ऐसा पुरुष ही सही राजा कहलाता है।
विदुर नीति के अनुसार बुद्धिमान व्यक्ति
विदुर द्वारा दिए गए ये 12 संकेत आज के कलियुग पर भी लागू होते हैं। यदि आज का पुरुष भी विदुर द्वारा बताए गए इन गुणों को अपना ले, तो वह भी समाज में उत्तम पद ग्रहण कर सकता है। उसे सफल बनने से कोई नहीं रोक सकता।
1. गुण : विदुर के अनुसार वह पहली आदत या गुण जो एक पुरुष को बुद्धिमान बनाती है, वह है उसमें ‘मेहनती होने का गुणÓ। यदि व्यक्ति मेहनती है, तभी जीवन में सफल बन सकता है। अपने कार्य के प्रति ढीलापन दिखाने वाला व्यक्ति जीवन में कभी सफल नहीं हो सकता।
2. गुण : बुद्धिमानी का दूसरा गुण, जो विदुर द्वारा बताया गया वह है पुरुष का अपने आने वाले भविष्य के प्रति निष्ठावान होना। धूप, बारिश, तूफान कुछ भी आए, लेकिन अगर व्यक्ति का काम इन कारणों से नहीं रुक रहा है तो वही है एक सफल इंसान।
3. गुण : हर बात को झट से समझ जाना और दूसरों के समझने से पहले उसका प्रयोग भी कर लेना, यह एक बुद्धिमान व्यक्ति की तीसरी निशानी है।
4. गुण : जिस व्यक्ति में अपने कार्य के प्रति आदर हो, लेकिन उसे लेकर कोई घमंड ना हो वही है अच्छा और बुद्धिमान इंसान। ऐसे व्यक्ति को अगर उसके कार्य के लिए सराहना भी मिले, तब भी वह घमंड नहीं करता।
5. गुण : वह व्यक्ति जो अच्छे कर्म करता है, किसी का बुरा नहीं सोचता, पाप नहीं करता, विदुर के अनुसार वही है बुद्धिमान पुरुष।
6. गुण : अपनी बुद्धि के बल पर जो शिक्षा प्राप्त करे, अपनी शिक्षा के बल पर जो बुद्धिमान बने वही है बुद्धिमान पुरुष। जो अपनों से बड़ों का आदर और छोटों का सम्मान करे, वही है बुद्धिमान पुरुष।
7. गुण : जीवन में खुशी, गम, सफलता, असफलता, सभी लगा रहता है, लेकिन जो व्यक्ति हर परिस्थिति में अपने मार्ग पर डटा रहे, वही है बुद्धिमान पुरुष।
8. गुण : जो जीत के लिए संघर्ष करे, लेकिन हार को भी स्वीकार करे, वह है बुद्धिमान पुरुष। जीवन में हर किसी को हर कुछ नहीं मिलता, इसलिए नामुमकिन चीजों के पीछे ना भागने वाला व्यक्ति ही बुद्धिमान कहलाता है।
9. गुण : ऐसा व्यक्ति जो अपने कार्य करना अच्छे-से जानता है। कार्य के दौरान किसी को नीचा नहीं दिखाता, वही है बुद्धिमान इंसान।
10. गुण : कार्य चाहे कैसा भी हो, समाज से संबंधित हो, धर्म संबंधी हो या अपने परिवार से जुड़ा हो। हर परिस्थिति में अपने कार्य को जिम्मेदारी पूर्वक करने वाला इंसान ही बुद्धिमान है।
11. गुण : वह पुरुष जो अपनी बात को सबके सामने व्यक्त करना जानता हो, विषय चाहे कैसा भी हो, खुद के विचार प्रकट करना जानता हो, वही बुद्धिमान है।
12. गुण : किसी भी कार्य को आरंभ करने से पहले उस पर सोच-विचार करना और उसके हर पहलू को समझकर ही आगे बढऩे वाला पुरुष बुद्धिमान है। बिना सोचे समझे कार्य करके हानि को पाने वाला पुरुष मूर्ख कहलाता है।