रायपुर। प्रदेश कांग्रेस ने मंगलवार को यहां बैनर पोस्टर के साथ एक बड़ी रैली निकाली। केंद्र सरकार द्वारा सेंट्रल पूल से राज्य का चावल न खरीदने और धान बोनस की अनुमति न देने को लेकर निकाली गई उनकी यह रैली प्रमुख मार्गों से होकर राजभवन के पास पहुंची। इसके बाद राज्यपाल को किसानों की ओर से प्रधानमंत्री को लिखे गए लाखों पत्रों को सौंप दिया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता दोपहर में राजीव भवन से निकले। वे सभी बैनर पोस्टर के साथ नारेबाजी करते हुए राजभवन के पास तक आए। इसके बाद पुलिस ने उन्हें आगे बढऩे से रोक दिया। कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश के गांव-गांव से चावल खरीदी को लेकर प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्रों की जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार इसके पहले तक सेंट्रल पूल का चावल खरीदती रही है। इस बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बार-बार पत्र लिखने के बाद भी वहां से चावल खरीदी की अनुमति नहीं दी जा रही है, जो यहां के किसानों का अपमान है।
उन्होंने केंद्र सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार 25 सौ रुपये क्विंटल की दर से धान की खरीदी करेगी, लेकिन सहकारी सोसायटियों में समर्थन मूल्य के बराबर किसानों को भुगतान होगा। बाकी राशि किसानों तक पहुंचाने सरकार दूसरी योजना लेकर आएगी, केंद्र सरकार बोनस की अनुमति दे या न दें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने किसानों से जो वादे किए हैं, वे सभी एक-एक कर पूरे किए जाएंगे। धान खरीदी के वादे भी पूरे होंगे, बल्कि उनकी सरकार पिछले साल की तुलना में इस बार ज्यादा धान खरीदेगी।