नई दिल्ली
गणतंत्र दिवस के बाद आज यानी 29 जनवरी को देश की राजधानी दिल्ली में 'बीटिंग द रिट्रीट' (Beating The Retreat) सेरेमनी का आयोजन हो रहा है. इस भव्य कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे हैं.
पारंपरिक धुन पर तीनों सेनाओं का मार्च चल रहा है. इसका आयोजन रायसीना रोड स्थित राष्ट्रपति भवन के सामने हो रहा है. चार दिनों तक चलने वाले गणतंत्र दिवस समारोह का समापन बीटिंग रिट्रीट के साथ ही होता है. इस अवसर पर राष्ट्रपति चीफ गेस्ट होते हैं.
ये सेना की बैरक वापसी का प्रतीक है
गणतंत्र दिवस समारोह (Republic Day 2020) के जश्न की शुरुआत परेड से होती है. वहीं जश्न का समापन 'बीटिंग द रिट्रीट' सेरमनी के बाद होता है. ये गणतंत्र दिवस के ठीक तीन बाद आयोजित की जाती है. इस कार्यक्रम में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन के साथ मार्च करते हैं. यह सेना की बैरक वापसी का प्रतीक है. बता दें, सभी महत्वपूर्ण सरकारी भवनों को 26 जनवरी से 29 जनवरी के बीच रोशनी से सुंदरतापूर्वक सजाया जाता है.
राष्ट्रपति होते हैं चीफ गेस्ट
इसका आयोजन राष्ट्रपति भवन रायसीना हिल्स में किया जाता है, जिसके चीफ गेस्ट राष्ट्रपति होते हैं. यह आयोजन तीन सेनाओं के एक साथ मिलकर सामूहिक बैंड वादन से आरंभ होता है. इसमें तीन सेनाओं के बैंड देश के राष्ट्रपति के सामने बैंड बजाते हैं. इस दौरान ड्रमर भी एकल प्रदर्शन (जिसे ड्रमर्स कॉल कहते हैं) करते हैं. इसके अलावा ड्रमर्स की ओर से एबाइडिड विद मी (यह महात्मा गांधी की प्रिय धुनों में से एक कहीं जाती है) बजाई जाती है और ट्युबुलर घंटियों की ओर से चाइम्स बजाई जाती हैं, जो काफी दूरी पर रखी होती हैं और इससे एक मनमोहक दृश्य बनता है.