नई दिल्ली
पाकिस्तान के आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) ने आशंका जाहिर की है कि आतंकवादी संगठन अल कायदा की भारतीय उपमहाद्वीप इकाई (अल कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट-एक्यूआईएस) से अलग हुआ एक समूह आतंकवादी हमलों के लिए कराची में फिर से जड़ें जमाने की कोशिश कर रहा है।
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए कहा गया है कि सीटीडी ने इसके साथ ही यह दावा किया है कि पुलिसकर्मियों की हत्याओं और सांप्रदायिक आधार पर हत्याओं में शामिल दो अन्य संगठनों का उसने सफाया कर दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सीटीडी के अधिकारी राजा उमर खत्ताब ने कहा, “हमें रिपोर्ट मिली हैं कि एक्यूआईएस के छह 'असंतुष्ट' आतंकवादी अफगानिस्तान से कराची पहुंचे हैं। उनकी कोशिश अपने स्लीपर सेल को फिर से सक्रिय करने की है।”
अधिकारी ने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि यह एक्यूआईएस से अलग हुआ आतंकियों का एक समूह है जिनका संबंध कराची के ही विभिन्न समुदायों से है। यह सभी अफगानिस्तान चले गए थे। इनका अपने नेतृत्व से मतभेद हो गया, जिसकी मुख्य वजह यह थी कि इन्हें लगता है कि इनकी 'सेवाएं' लंबे समय तक नेतृत्व द्वारा नहीं ली गईं। अब यह सभी कराची लौट आए हैं। अधिकारी ने उम्मीद जताई कि इससे पहले कि यह सभी किसी आतंकी कार्रवाई को अंजाम दें, इन्हें 'निपटा' दिया जाएगा। खत्ताब ने इसके साथ ही बताया कि सांप्रदायिक हिंसा में लिप्त दो समूहों का खात्मा कर दिया गया है। इनमें से एक का नेतृत्व लश्करे झांगवी के आतंकवादी और दूसरे का नेतृत्व सिपाह-ए-मुहम्मद पाकिस्तान के आतंकवादी कर रहे थे।