बिलासपुर
भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय और इण्डियन आॅयल कापोर्रेशन द्वारा नई दिल्ली में सिटी गैस वितरण विषय पर आयोजित कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत शामिल हुए। कार्यशाला में केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे।
खाद्य मंत्री श्री भगत ने बताया कि भारत सरकार के पेट्रोलियम और गैस मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ में प्रारंभिक तौर पर पाइप लाईन के माध्यम से गैस वितरण के लिए बिलासपुर और कोरबा जिले को चयन किया गया है। श्री भगत ने पीएनजी और सीएनजी योजना में रायपुर एवं सरगुजा जिले को भी शामिल करने की मांग की। उन्होंने कार्यशाला में छत्तीगढ़ में धान से एथेनाल बनाने की कार्ययोजना और प्रस्ताव पर भी चर्चा की। श्री भगत ने बताया कि पाइप प्राकृतिक गैस (पीएनजी) से घरेलू क्षेत्र में खाना पकाने और हीटिंग, कूलिंग के लिए प्राकृतिक गैस का निरंतर सप्लाई पाइप लाईन के माध्यम से किया जाएगा। पाइप लाईन नेटवर्क में दबाव को नियंत्रण रखने के लिए सेफ्टी वाल्ब लगाए जाएंगे। इससे किसी प्रकार की गैस रिसाव आदि संबंधी खतरा नहीं रहेगा। श्री भगत ने बताया कि पीएनजी के अलावा संपीड़ित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) का प्रयोग परिवहन क्षेत्र में ईंधन के तौर पर किया जाएगा। प्राकृतिक गैस को 200-250 केजी, सेमी दाब पर संपीड़ित किया जाता है। द्रर्व इंधनों की तुलना में स्वर्च्छ इंधन होने के कारण सीएनजी के प्रयोग से वाहन प्रदूषण में कमी आएगी।
कार्यशाला में बताया गया कि प्राकृतिक गैस आधुनिक युग का ईंधन है। इसके एक अणु में कार्बन का केवल एक और हाइड्रोजन के चार परमाणु है। प्राकृतिक गैस में कार्बन और हाइड्रोजन का सबसे न्यूनतम अनुपात है और यह पूरी तरह जल जाती है। इस कारण इसे स्वच्छतम जीवाश्म ईंधन के तौर पर जाना जाता है। प्राकृतिक गैस दक्ष, गैर-प्रदूषक और अपेक्षाकृत किफायती होने के कारण आज के आधुनिक औद्योगिक जगत की अधिकांश जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है। तेल की कीमतों और वितरण में समय-समय पर होने वाले अनिश्चितता और अस्थिरता के कारण प्राकृतिक गैस को देश-विदेश के ऊर्जा समूह में एक प्रमुख ईंधन के रूप में उभरने में सहायता मिली है।