आपने अक्सर ऐसे लोगों को देखा होगा जो बाहर तो खुश दिखाई देते हैं लेकिन घर में आते ही लड़ाई करना शुरू कर देते हैं। ऐसे में कई बार वजह घर का वास्तुशात्र भी होती है। अगर आपके घर में भी ऐसी कोई परेशानी होती है, तो आप इन बातों का ध्यान रखें-
-घर में कभी भी टूटे-फूटे बर्तन नहीं रखना चाहिए। टूटे-फूटे बर्तन रखने से घर में दरिद्रता का वास होने लगया है। कई बार ऐसा होता है कि हम टूटे शीशे से ही काम चलाते रहते हैं, परन्तु ऐसा नहीं करना चाहिए। घर में किसी भी रूप में रखे टूटे शीशे से बरकत कम होती है।
-यदि किसी दंपत्ति के कमरे का बैड टूटा हुआ हो उनके रिश्ते पर नकारात्मक प्रभाव के साथ रिश्तों में दरार और दूरियां बढ़ने लगती है।
-घर में घड़ी का लगातार चलते रहना विकास का प्रतीक है। अंडाकार, गोल, अष्टभुजाकार और षट्भुजाकार घड़ीयां बहुत ही शुभ मानी जाती हैं।
-यदि घर का मुख्य द्वार टूटा हो या उसमें किसी भी तरह का विकार हो तो उसे तुरंत ठीक करना चाहिए, क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा को घर में आने का मार्ग मिल जाता है।
-घर में पॉजिटिव एनर्जी बनाए रखने के लिए शीशम, महुआ, अर्जून, बबूल, खैर, नागकेशर के पेड़ की लकड़ी वाला फर्नीचर रखना चाहिए।