पटना
पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट की गत दिवस कैबिनेट की मंजूरी के बाद अब इसे पंख लग सकेंगे। जल्द पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (पीएमआरसीएल) और निर्माणदायी संस्था दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (पीएमआरसीएल) के बीच अनुबंध होगा। अनुबंध के 15 दिन के अंदर काम शुरू करने के लिए पीएमआरसीएल 25 करोड़ रुपये एडवांस डीएमआरसी को देगा। इस बीच इंदिरा भवन के पांचवे तल पर पीएमआरसीएल के साथ ही डीएमआरसी के कार्यालय के लिए भी जगह चिन्हित कर ली गई है। उधर, राज्य सरकार ने पटना मेट्रो के दोनों कॉरिडोर का काम डीएमआरसी से कराने से संबंधित संकल्प बुधवार को जारी कर दिया।
उधर, मेट्रो के इस्ट-वेस्ट और नार्थ-साउथ कॉरिडोर के अलाइनमेंट का ड्रोन सर्वे और पिलर लगाने का सिलसिला जारी है। अनुबंध होने के साथ ही डीएमआरसी सबसे पहले राजेंद्र नगर से मलाही पकड़ी होते हुए बाईपास तक के हिस्से की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करेगा। बदले हुए रूट का री-अलाइनमेंट भी तैयार किया जाएगा। उसके हिसाब से ही मेट्रो की डीपीआर में बदलाव होगा।
अनुबंध के अनुसार करीब 25 करोड़ डीएमआरसी को काम शुरू करने को मिलेंगे और बाकी की धनराशि 20 किस्तों में उसे दी जाएंगी। बता दें कि इस प्रोजेक्ट के लिए फीस के रूप में 482.87 करोड़ का भुगतान किया जाना है।
इंदिरा भवन में होगा डीएमआरसी का दफ्तर
डीएमआरसी पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के लिए यहां अपना प्रोजेक्ट ऑफिस स्थापित करेगा। यह दफ्तर तैयार कराकर उसे पीएमआरसीएल नि:शुल्क उपलब्ध कराएगा। इसकी व्यवस्था इंदिरा भवन की पांचवीं मंजिल पर की गई है। इस बिल्डिंग के पांचवे और सातवें तल पर पीएमआरसीएल का दफ्तर है। पांचवे तल पर करीब पांच हजार वर्गफुट में दफ्तर तैयार कर डीएमआरसी को दिया जाएगा।