विदेश

न्यूक्लियर हथियारों के इस्तेमाल पर नहीं बदली पॉलिसी, पाकिस्तान का यू-टर्न

 इस्लामाबाद 
परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर पाकिस्तान ने यू-टर्न ले लिया है। एक दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि पाकिस्तान पहले परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा या भारत के खिलाफ सैन्य कार्रवाई नहीं करेगा। लेकिन एक दिन बाद ही मंगलवार को पाकिस्तान ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि उसकी न्यूक्लियर पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं हुआ है। 

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट कर कहा, 'परमाणु हथियारों से लैस दो देशों के बीच युद्ध को लेकर पाकिस्तान के रुख पर प्रधानमंत्री के बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है। वैसे दो परमाणु हथियार संपन्न देशों के बीच युद्ध नहीं होना चाहिए लेकिन पाकिस्तान की न्यूक्लियर पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं हुआ है।'

सोमवार को लाहौर में सिखों के एक कार्यक्रम को इमरान खान ने संबोधित किया था। उस कार्यक्रम में इमरान खान ने कहा था कि पाकिस्तान और भारत दोनों परमाणु शक्ति राष्ट्र हैं। अगर उनके बीच युद्ध होता है तो पूरी दुनिया खतरे में आ सकती है। खान ने कथित रूप से कहा था, 'लेकिन कभी भी हमारी ओर से पहले परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं होगा।' 

पिछले महीने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संकेत दिया था कि भविष्य में परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल को न लेकर भारत की पॉलिसी में बदलाव हो सकता है। उन्होंने कहा था, 'परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल नहीं करने की पॉलिसी अभी के लिए है, लेकिन भविष्य में क्या होगा वह परिस्थिति पर निर्भर करेगा।' 

5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी किए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान ने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को उठाने की कोशिश लेकिन हर जगह से उसे झटका लगा है। पाकिस्तान ने बौखलाकर परमाणु यद्ध तक की धमकी का संकेत दिया था। इमरान खान दुनिया भर के राष्ट्रप्रमुखों से इस मामले में हस्तक्षेप की अपील कर चुके हैं। इमरान खान एक ही रट लगाए हुए हैं कि पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध हुआ तो वह सिर्फ दक्षिण एशिया तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि उसका वैश्विक प्रभाव पड़ेगा। लेकिन इंटरनैशनल कम्युनिटी की ओर से पाकिस्तान को कोई तवज्जो नहीं मिल रही है। 
 

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment