मध्य प्रदेश

नगर निगम : नक्शे के नियमन, सिस्टम व सॉप्टवेयर में बदलाव, मिलेगी आर्किटेक्ट व इंजीनियरों मुक्ति

भोपाल
नगर निगम में अब आमजनों के लिए नक्शा पास कराना 1 अक्टूबर से आसान होने जा रहा है। इसके लिए नक्शे के नियमन, सिस्टम व सॉप्टवेयर में बदलाव किया जा रहा है। अब नक्शा स्वीकृति के लिए आॅटोडीसीआर की जगह एबीपीएएस सॉप्टवेयर को लांच किया जा रहा है।

निगम के मुताबिक राज्य सरकार नक्शा स्वीकृति के लिए नया सिस्टम व सॉप्टवेयर लागू करने का निर्णय लिया है। इसके जरिये अब रहवासियों के लिए नक्शा पास कराना आसान हो जाएगा। निगम में नक्शा स्वीकृति के लिए पहले आॅटोडीसीआर सॉप्टवेयर का उपयोग किया जाता था जिसमें आमजनों कोे आर्किटेक्ट व इंजीनियरों के चक्कर लगाना पड़ता था जो अब एबीपीएएस(आॅटोमेटेड बिल्डिंग प्लान एप्रूवल सिस्टम)लागू किया जा रहा है। जिसमें यह आसानी से पता चल जाएगा कि नक्शा स्वीकृति योग्य है या नहीं यह नक्शा स्कैन करने के 20 मिनट में ही स्पष्ट हो जाएगा। स्वीकृति योग्य न होने पर तुरंत रिजेक्ट हो जाएगा। यदि इस दौरान कोई इरर आती है तो उसे दूर तत्काल दूर करने की कोशिस की जाएगी।

नक्शा स्वीकृति के लिए यह सॉप्टवेयर एक सर्वर से चलेगा। सॉप्टवेयर में नक्शा का मास्टर प्लान,उसकी शर्तें एंव नियम,टीएंडसीपी से मंजूर कॉलोनियों के
ले-आऊट प्लान सहित अन्य जानकारियां मौजूद रहेंगी। इसके लिए आवेदकों को नक्शा फॉर्म के साथ उसकी शर्त एंव कंडीशंस को पूरा करना होगा। इसमें सारे कागजात स्कैन कर डिजिटल फॉर्म में अपलोड करना होगा। यदि कोई दस्तावेज कम होगा तो सिस्टम उसे रिजेक्ट कर देगा।

सर्वप्रथम इसमें सारे दस्तावेज स्कैन कर डिजिटल फॉर्म में अपलोड करने  होंगे। इसके सिस्टम सॉप्टवेयर उसे निर्धारित पैरामीटर के आधार पर सर्च करेगा। सभी स्टेप्स को फॉलो करने के बाद यदि वह कसौटी पर खरा उतरेगा तो उसे डिजिटल हस्ताक्षर के लिएअफसरों आंगे बढ़ा देगा। इसके बाद नक्शा स्वीकृति होने पर संबधित को फीस जमा करने के लिए मैसेज एलर्ट भेजा जाएगा। फीस  की पुष्टि होने पर संबधित को नक्शे की आॅनलाइन प्रति मुहैया करा दी जाएगी।

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