भोपाल
शिवराज सिंह चौहान को मध्य प्रदेश के लोगों ने पिछले चुनाव में ही साफ साफ बता दिया है कि वे तालिबानी नहीं शांतिप्रिय हैं। डेढ़ दशकों तक मुख्यमंत्री रहने के बाद सत्ता जाते ही प्रदेश की जनता तालिबानी कैसे हो गई ? क्या कोई सरकार लोगों को तालिबानी बना सकती है? शिवराज सिंह चौहान को इसका जबाब देना.चाहिये। फुरसतिया होने का अर्थ यह तो नहीं कि आप प्रदेश की ही छवि धूमिल करें।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने एक बयान जारी कर शिवराज सिंह चौहान के उस कथन की भी निंदा की जिसमे उन्होंने सवाल किया कि क्या पुलिस के हाथ बांध दिए हैं? भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान भूल गए कि उन्होंने मध्य प्रदेश की पुलिस को देश की सबसे सक्षम और सर्वश्रेष्ठ कहा था । अब उसी पर सवाल खड़े कर रहे है। सत्ता जाते ही जनता तालिबानी और पुलिस अक्षम कैसे हो गई यह शिवराज जी जनता और पुलिस को बताएं। उनकी ऐसी ही गैर जिम्मेदार हरकतों के कारण मध्य प्रदेश की बुरी हालत हुई है । धार की घटना निंदनीय है।उसे सख्ती से कुचला जाना चाहिये किंतु शिवराज सिंह चौहान की टिप्पणी और भी ज्यादा निंदनीय है।