नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा की वोटिंग खत्म हुए 17 घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद चुनाव आयोग ने द्वारा आखिरी कुल मत प्रतिशत जारी नहीं करने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट जारी किया है। केजरीवाल ने एक ट्वीट को रिट्वीट करत हुए कहा है कि चौंकाने वाला। चुनाव आयोग क्या कर रहा है? मतदान के कई घंटे बाद भी उन्होंने मतदान के आंकड़े जारी क्यों नहीं किए? राजधानी में 70 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को शांतिपूर्ण मतदान हुआ। पिछली बार के मुकाबले मतदान घट गया है। देर रात तक अलग-अलग पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की कतार लगी रही। चुनाव आयोग के मुताबिक राजधानी में 61.2 फीसदी मतदान रहा। पॉश इलाकों में मतदान कम हुआ है। मुस्तफाबाद, सीलमपुर और ओखला विधानसभा में जमकर वोट पड़े। कई इलाकों में वीवीपैट मशीनों में दिक्कत की शिकायत आई तो कई जगह कार्यकर्ताओं में झड़प हुई। देर रात तक 21 मतगणना केंद्रों पर ईवीएम मशीनों को पहुंचाया जा रहा था। ईवीएम में 672 उम्मीदवारों का भविष्य बंद है।
विधानसभा चुनावों में पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार मतदान घट गया। वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनावों में 67.13 फीसदी लोगों ने वोट किया था। इस बार मत प्रतिशत 61.2 रहा। सुबह के समय मतदान का प्रतिशत कम रहा। दोपहर बाद राजधानी में वोट डालने के लिए लोग निकले। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिविल लाइंस इलाके में वोट डाला। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी, केद्रीय मंत्री एस.जयशंकर, हरदीप पुरी ने अपने मताधिकारी का प्रयोग किया।
मतदान में उत्तर पूर्वी सबसे आगे, दक्षिण पूर्व सबसे पीछे
विधानसभा चुनावों के दौरान पाश इलाकों में मतदान कम हुआ है। मतदान में उत्तर पूर्वी जिले ने बाजी मारी है। यहां सबसे अधिक मतदान हुआ है। सबसे कम मतदान दक्षिण पूर्व जिले में हुआ है। इसके साथ नई दिल्ली जिला भी मतदान में पीछे रहा।
उत्तर-पश्चिमी जिला 62.23
उत्तर-पूर्व जिला 65.23
दक्षिणी दिल्ली जिला 59.65
मध्य दिल्ली 58.57
दक्षिणी पश्चिम 61.57
पूर्वी जिला 61.29
पश्चिमी जिला 61.79
उत्तरी जिला 59.19
नई दिल्ली जिला 56.10
शाहदरा जिला 62.96
दक्षिण-पूर्व 54.89