नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए 8 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए गुरुवार शाम 5 बजे चुनाव प्रचार थम गया. अब मतदान खत्म होने तक 48 घंटे कोई भी राजनीतिक दल व उम्मीदवार चुनाव प्रचार नहीं कर सकते. चुनाव प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी और बीजेपी ने काफी मेहनत की. प्रचार के अंतिम दिनों में कांग्रेस ने भी काफी रफ्तार पकड़ी. अब यह 11 फरवरी को पता चलेगा कि दिल्ली की जनता ने किस पार्टी को अपना सिरमौर चुना.
आप ने काफी पहले से शुरू कर दी थी चुनाव की तैयारी
आम आदमी पार्टी की तरफ से प्रचार की कमान राज्य के मौजूदा मुखिया और पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने संभाल रखी थी. आप के लिए मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, सौरभ भारद्वाज, सत्येन्द्र जैन और अमानतुल्लाह खान जैसे कई चेहरों ने भी जमकर वोट मांगे. आम आदमी पार्टी ने अपनी चुनावी तैयारी काफी पहले से शुरू कर दिया था. अब यह देखना होगा कि उनकी मेहनत का कितना फल 11 फरवरी को जीती हुई सीटों के तौर पर सामने आता है.
बीजेपी ने किया धुआंधार चुनाव अभियान
बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में पूरी ताकत के साथ जबरदस्त चुनाव प्रचार किया. बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, नीतीश कुमार समेत कई स्टार प्रचारकों को तो मैदान में उतारा ही. इसके अलावा पीएम मोदी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह से लेकर पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने भी धुंआधार रैली और नुक्कड़ सभाएं कीं.
पूर्वांचली वोटरों पर रहा बीजेपी का फोकस
बीजेपी की तरफ से केंद्रीय मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक और सांसदों से लेकर विधायकों तक ने दिल्ली के चुनावी अखाड़े में पार्टी के लिए वोट मांगे हैं. बीजेपी ने पूर्वांचल के वोटरों को ध्यान में रखते हुए भोजपुरी सिनेमा के भी कई चर्चित चेहरों को चुनाव अभियान में उतारा. गौरतलब है कि दिल्ली में 30 से 32 फीसदी तक मतदाता पूर्वाचली हैं, जो करीब 25-30 सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाने की स्थिति में हैं.
कांग्रेस के प्रचार ने अंतिम वक्त में पकड़ी रफ्तार
कांग्रेस का चुनाव प्रचार शुरुआत में काफी सीमित नजर आ रहा था. लेकिन जैसे-जैसे मतदान का दिन नजदीक आया पार्टी के बड़े चेहरे मैदान में उतरते नजर आए. अंतिम दिनों में राहुल और प्रियंका की जोड़ी ने भी जमकर प्रचार किया और ताबड़तोड़ जनसभाएं कीं. राहुल और प्रियंका ने अपने भाषणों में बीजेपी और मोदी सरकार पर तो निशाना साधा ही इसके साथ ही साथ आप पर भी कई आरोप लगाए. राहुल और प्रियंका ने दिल्ली में कांग्रेस की सरकार में किए गए कामों का भी बखान किया.