मध्य प्रदेश

तूफान निसर्ग के प्रदेश में पहुंचने के असर से दो दिनों में जमकर पड़ी बौछारें

दोपहर तक धूप निकलने के बाद शाम को एक घंटे की बारिश में सड़कों पर बह चला पानी, दर्ज की गई 20 मिमी बारिश

भोपाल. तूफान निसर्ग के प्रदेश में पहुंचने के असर से पिछले दो दिनों से राजधानी में बारिश का दौर जारी है। बुधवार रात से शुरू हुई बारिश का दौर गुरुवार और शुक्रवार को भी जारी रहा। गुरुवार को जहां दिन भर बारिश का दौर जारी रही वहीं शुक्रवार सुबह से धूप खिली रही, लेकिन दोपहर बाद नमी के असर से लोकल क्लाउड ने असर दिखाया और शाम को गरज- चमक के साथ जमकर बौछारें पड़ीं।

लगभग पौन घंटे पड़ी बौछार में ही सड़कों पर पानी बह चला। मौसम विभाग ने इस दौरान 20 मिमी बारिश दर्ज की। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि निसर्ग गुजर चुका है, इसलिए शनिवार को तूफानी बारिश नहीं होगी, लेकिन जिले में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। आसमान लगभग साफ रहेगा, शाम को गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।

गुरुवार रात तक जोरदार बारिश, शुक्रवार सुबह खिली धूप
शुक्रवार सुबह बादलों के हटने के बाद साफ आसमान में सूरज चमका तो नजारा बदल गया। दिन चढऩे के साथ धूप चटक होती गई, लेकिन ठंडी हवाओं के झोंके और गुरुवार को हुई बारिश के असर से गर्मी का एहसास नहीं हुआ। दोपहर तीन बजे के बाद से आमसान पर बादल छाने लगे, शाम चार बजते-बजते हल्की बूंदा-बांदी शुरू हो गई और कुछ ही देर बाद तेज बौछारें पडऩे लगी। तेज बारिश का सिलसिला करीब 4.30 से 5.30 बजे तक चला, इसके बाद बारिश थम गई। मौसम केन्द्र ने शाम 5.30 बजे 20 मिमी बारिश दर्ज की गई।

इससे पहले शुक्रवर सुबह शहर का न्यूनतम तापमान गुरुवार के मुकाबले 2.4 डिग्री गिरकर 19 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 7.9 डिग्री कम रहा, लेकिन दिन भर धूप तपने के चलते अधिकतम तापमान में बढ़त हुई। गुरुवार को जहां तूफानी बारिश और तेज हवाओं से तापमान 22 डिग्री तक आ गया था, वह 10 डिग्री बढ़कर 32.6 डिग्री दर्ज किया गया, यह अब भी सामान्य से 7.6 डिग्री कम है।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि, अगले 24 घंटों में जिले के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्य वर्षा या गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है। इसके बाद आठ जून को एक कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में बन रहा है, इसके असर से प्रदेश के अधिकांश स्थानों सहित शहर में बारिश की संभावना है।

अरब सागर से उठे तूफान निसर्ग ने महाराष्ट्र के बाद मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में भी अपना असर दिखाया है। इस दौरान हरियाणा, पंजाब और छत्तीसगढ़ के कई शहरों में बारिश भी हुई। मध्यप्रदेश में बुधवार शाम से गुरुवार रात तक तूफान के कारण प्रदेश के 40 जिलों के 100 से ज्यादा शहरों-कस्बों में प्री-मानसून बारिश की झ?ी लगी रही। शुक्रवार को भोपाल, होशंगाबाद समेत मध्यप्रदेश के 27 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है।

मानसून के तय समय यानी 10 जून तक राज्य में पहुंचने की संभावना बढ़ गई है। इसकी गति सामान्य रही तो 7 से 8 जून को बस्तर में प्री-मानसून की बारिश भी शुरू हो जाएगी। तूफान से छत्तीसगढ़ में भारी बारिश तो नहीं हुई, लेकिन यह मौसम को पूरी तरह ठंडा करने में कामयाब रहा। उत्तर से लेकर दक्षिण-छत्तीसगढ़ में इस समय मानसून जैसी स्थिति है। पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से हल्की बारिश हो गई। बस्तर के बड़े राजपुर में पिछले 24 घंटे के दौरान 110 मिमी बारिश हो गई।

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