लखनऊ
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के छात्रों की पिटाई के मामले पर सत्तारूढ़ मोदी सरकार की आलोचना की है।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'जनता की आवाज से डरती है। इस देश के नौजवानों, उनके साहस और उनकी हिम्मत को अपनी खोखली तानाशाही से दबाना चाहती है। यह भारतीय युवा हैं। सुन लीजिए मोदी जी, यह दबेगा नहीं। इसकी आवाज आपको आज नहीं तो कल सुननी ही पड़ेगी।'
देश के विश्वविद्यालयों में घुस घुसकर विद्यार्थियों को पीटा जा रहा है। जिस समय सरकार को आगे बढ़कर लोगों की बात सुननी चाहिए, उस समय भाजपा सरकार उत्तर पूर्व, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में विद्यार्थियों और पत्रकारों पर दमन के जरिए अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही है।
जनता की आवाज़ से डरती है। इस देश के नौजवानों, उनके साहस और उनकी हिम्मत को अपनी खोखली तानाशाही से दबाना चाहती है। यह भारतीय युवा हैं, सुन लीजिए मोदी जी, यह दबेगा नहीं, इसकी आवाज़ आपको आज नहीं तो कल सुननी ही पड़ेगी।
उन्होंने कहा, 'देश के विश्वविद्यालयों में घुस-घुसकर विद्यार्थियों को पीटा जा रहा है। जिस समय सरकार को आगे बढ़कर लोगों की बात सुननी चाहिए, उस समय बीजेपी सरकार उत्तर पूर्व, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में विद्यार्थियों और पत्रकारों पर दमन के जरिए अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही है। यह सरकार कायर है।'
वहीं अखिलेश यादव ने कहा, 'जिस प्रकार जामिया मिलिया के छात्र-छात्राओं से बर्बरतापूर्ण हिंसा हुई है और विद्यार्थी अभी भी फंसे हुए हैं। यह बेहद निंदनीय है। पूरे देश को हिंसा में फूंक देना ही क्या आज के सत्ताधारियों का असली ‘गुजरात मॉडल’ है।'
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए 50 छात्रों को पुलिस ने रिहा कर दिया है। बता दें कि रविवार को विरोध-प्रदर्शन के दौरान आगजनी, तोड़फोड़ के बाद पुलिस ने छात्रों को हिरासत में ले लिया था।