राजनांदगांव
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के राजनांदगांव (Rajnandgaon) जिले में एक प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है. दरअसल, डोंगरगांव एसडीएम (SDM) पर पटवारियों ने दुर्व्यवहार करन का आरोप लगाया है. एसडीएम के अड़ियल रवैये से नाराज पटवारी संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला गया है. अब पटावरी (Patvari) एसडीएम को हटाने की मांग कर रहे हैं. दरअसल, बुधवार को जिले भर के पटवारी कलेक्ट्रेट के सामने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल (Strike) पर बैठ गए. पटवारियों ने एसडीएम डोंगरगांव वीरेंद्र सिंह पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है. पटवारियों का आरोप है कि छुरिया तहसील में पदस्थ मुरलीधर शर्मा मेडिकल लीव पर थे. झूठा मेडिकल लगाने का आरोप लगाकर एसडीएम ने उन पर कार्रवाई की. जब इस मामले को लेकर पटवारी संघ एसडीएम के पास पहुंचा तो उनसे दुर्व्यवहार किया गया.
राजनांदगांव जिले के डोंगरगाव में पदस्थ एसडीएम बीरेंद्र सिंह पर दुर्व्यहार का आरोप लगाते हुए पटवारियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. पटवारियों का कहना है की जब तक एसडीएम को नहीं हटाया जाएगा जब तक वे काम नहीं करेंगे. पटवारियों ने एसडीएम बीरेंद्र सिंह की शिकायत राजनांदगांव कलेक्टर जेपी मोर्य से की है. जानकारी के मुताबिक छुरिया में पदस्थ पटवारी मुरलीधर शर्मा पिछले एक सप्ताह से मेडिकल लीव पर थे. पटवारी मुरलीधर शर्मा द्वारा ड्यूटी ज्वाइन करने पर एसडीएम द्वारा उन्हें झूठा मेडिकल बनाने का आरोप लगाते हुए सस्पेंड कर दिया था.
आरोप है कि जिले पटवारी संघ को जानकारी होने पर मुरलीधर शर्मा के निलंबन को निरस्त कराने संघ के पदाधिकारी एसडीएम बीरेंद्र सिंह के कार्यालय पहुंचे तो एसडीएम ने संघ के पदाधिकारियों की बात बिना सुने उनसे दुर्व्यवहार कर कार्यालय से निकल जाने को कहा. इसके बाद जिला पटवारी संघ के समस्त सदस्य आक्रोशित हो गए तथा जिला कलेक्टर को एसडीएम बीरेंद्र सिंह को हटाने ज्ञापन सौंपा. साथ ही एक हप्ते बाद भी प्रशासन द्वारा एसडीएम पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं होने पर जिले के पटवारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए है. वहीं इस पूरे मामले में एसडीएम बीरेंद्र सिंह का कहना है की उन्होंने कोई दुर्व्यवहार नहीं किया है. उन्होंने कहा कि जो आधार बनाया गया है उसकी जांच की जाएगी.