देश

डॉ हर्षवर्धन ने दखल दिया तब बुजुर्ग का हुआ अंतिम संस्कार, 100 मीटर दूर ले जाने में लगे तीन घंटे

नई दिल्ली 
                                                                                                                                                                        
कोरोना वायरस के चलते शुक्रवार शाम बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी। उनके परिजन शनिवार को अंतिम संस्कार के लिए दिल्ली के निगम बोध घाट पहुंचे, मगर घाट की समिति ने उन्हें अंतिम संस्कार करने से रोक दिया। करीब डेढ़ घंटे तक परिजन अंतिम संस्कार का इंतजार करते रहे। इसके बाद उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से संपर्क किया और उनके दखल से अंतिम संस्कार किया गया। 

वहीं, कोरोना वायरस पीड़ित महिला का शव राम मनोहर लोहिया अस्पताल के कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित आईसीयू से 100 मीटर दूर मोर्चरी तक तीन घंटे में पहुंचा। दरअसल, महिला की मौत के बाद वरिष्ठ डॉक्टर ने इसकी सूचना चिकित्सा अधीक्षक ने मंत्रालय को दी। इसके बाद डॉक्टरों ने आसपास के लोगों को वहां से हटा दिया और शव एवं आसपास के क्षेत्र को सेनेटाइज किया गया।

महिला के अंतिम संस्कार के दौरान उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अधिकारी और आरएमएल अस्पताल के डॉक्टर भी मौजूद रहे। बुजुर्ग महिला के भतीजे ने बताया कि शनिवार सुबह 10.30 बजे वे आरएमएल अस्पताल से शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए निगम बोध घाट पहुंचे थे। वह अंतिम संस्कार के लिए पर्ची कटवा रहे थे। 

इसी दौरान वहां घाट की समिति के अधिकारी पहुंचे और उन्होंने मृतका का कोरोना पीड़ित होने के चलते अंतिम संस्कार कराने से मना कर दिया और उन्हें लोधी कॉलोनी स्थित शवदाह गृह ले जाने के लिए कहा। मगर वहां की समिति ने भी अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। 

इसके बाद संजीव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से संपर्क कर घटना की जानकारी दी। मंत्रालय के दखल के बाद पीड़ित परिजनों से उत्तरी दिल्ली नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सम्पर्क किया। इसके बाद निगम अधिकारी और आरएमएल अस्पताल के डॉक्टर निगम बोध घाट पहुंचे। डॉक्टरों की देखरेख में महिला का अंतिम संस्कार सीएनजी शवदाह गृह में कराया गया।    

बेटे को मां की मौत की जानकारी नहीं दी गई

कोरोना की वजह से जान गंवाने वाली बुजुर्ग महिला का 46 वर्षीय बेटा भी कोरोना के संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती है, लेकिन महिला की मौत की जानकारी शुक्रवार देर रात तक उनके बेटे को नहीं दी गई थी। वहीं, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि महिला की मौत के बाद मोर्चरी में एक विशेष कमरा तैयार करने में डॉक्टरों को वक्त लग गया। इस वजह से पोस्टमार्टम में देरी हुई। महिला के परिजनों के अनुसार उनके घर में कुल 10 सदस्य हैं। बाकी आठ सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।  

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment