ब्रिस्बेन
ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन ने इंग्लैंड के बेन स्टोक्स को डेविड वॉर्नर पर दिए गए बयान पर आड़े हाथों लिया है। पेन ने कहा है कि स्टोक्स अपनी किताब बेचने के लिए वॉर्नर के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं। स्टोक्स ने अपनी किताब में लिखा है कि इसी साल एशेज सीरीज के दौरान हेडिंग्ल में खेली गई उनकी मैच विजेता पारी वॉर्नर द्वारा की जा रही लगातार स्लेजिंग का परिणाम थी। पेन ने कहा, ‘मैं स्लिप में पूरे समय वॉर्नर के पास ही खड़ा था और आपको मैदान पर बात करने की इजाजत होती है, लेकिन वह स्टोक्स को न ही अपशब्द बोल रहे थे न ही छींटाकशी कर रहे थे। अपनी किताब बेचने के लिए वॉर्नर के नाम का उपयोग करना इंग्लैंड में प्रचलन बन गया है। इसलिए स्टोक्स को शुभकामनाएं।’
वॉर्नर पेश कर रहे उदाहरण
पेन ने साथ ही कहा कि वॉर्नर ने उस पूरी सीरीज में अपने आप को अच्छे से संभाला था। उन्होंने कहा, ‘मैं उनके पास ही खड़ा था। मुझे किसी तरह की परेशानी नहीं आई। एशेज के दौरान वॉर्नर ने अपने आप को जिस तरह से संभाला है वो शानदार है। खासकर तब जब वह रन नहीं बना पा रहे थे।’ उल्लेखनीय है कि डेविड वॉर्नर एशेज सीरीज के दौरान बड़ी पारी नहीं खेल सके थे, जबकि उससे पहले वह गजब की फॉर्म में थे। उन्होंने कई आकर्षक पारी खेली थी। इस वजह से वह आलोचकों के निशाने पर थे।
क्यों हीरो बन गए थे स्टोक्स
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर कहे जाने वाले बेन स्टोक्स (135* रन, 219 गेंद, 11 चौके, 8 छक्के) ने उस वक्त जुझारी शतकीय पारी खेली, जब इंग्लैंड जीत के लिए संघर्ष कर रही थी। दरअसल, मैच में मेजबान टीम को 359 रनों का लक्ष्य मिला था। जवाब में बैटिंग करने उतरी इंग्लिश टीम का 9वां विकेट 286 रनों पर ही गिर गया था, लेकिन वह स्टोक्स और जैक लीच (1) ही थे जिन्होंने मोर्चा संभाला और 10वें विकेट के लिए नाबाद 62 गेंदों में 76 रनों की नाबाद साझेदारी करते हुए इंग्लैंड को एक विकेट की अविश्वसनीय जीत दिला दी।