जबलपुर
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की झाबुआ विधानसभा उपचुनाव (Jhabua Assembly by-election) में कांतिलाल भूरिया (Kantilal Bhuria) की जीत से कांग्रेस नेताओं का उत्साह बढ़ गया है. उन्होंने इसे प्रदेश सरकार के कामकाज पर जनता के विश्वास का परिणाम बताया है. जबलपुर में खाद्य एवं औषधि प्रयोगशाला का भूमिपूजन करने पहुंचे वित्त मंत्री तरुण भनोत (Finance Minister Tarun Bhanot) ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार की जो कार्यप्रणाली है उससे जनता संतुष्ट है. यह प्रदेश सरकार पर जनता ने विश्वास जताया है.
वित्तमंत्री ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग पहले दिन से सरकार गिराने की बात कहते थे, उन्हें जनता ने जवाब दिया है. जबकि महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा की जीत पर वित्त मंत्री ने कहा कि वहां भाजपा ने डर का माहौल बना रखा है. वीर सावरकर को भारत रत्न देने का पक्ष लेने वाले भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए भनोत ने कहा कि अब सारे देशभक्त महाराष्ट्र चले गए हैं.
जबकि कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने झाबुआ चुनाव में जीत पर कहा कि वे झाबुआ गए थे और वहां अच्छा माहौल देखकर उन्होंने पहले ही कह दिया था कि कांग्रेस की जीत तय है. उन्होंने महाराष्ट्र चुनाव को लेकर कहा कि भय के बीच भी कांग्रेस को बढ़त मिल रही है और भाजपा को अब सतर्क रहना चाहिए कि वे डरा-धमकाकर ज्यादा दिनों तक सत्ता पर काबिज नहीं रह सकते. वीर सावरकर को राष्ट्रभक्त मानने की बात पर राज्यसभा सांसद ने कहा कि राष्ट्रवादी तो सभी हैं हम भी राष्ट्रवादी हैं. भाजपा खुद को राष्ट्रवादी कहती है. वह जीतती है और हारती भी है.
झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत पर सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया ने कहा कि झाबुआ में कांग्रेस की जीत पहले से तय थी, वहीं वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग के बाद महाराष्ट्र में भाजपा की जीत के दावे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा हमेशा ही कचरे में अभ्रक लगाती आई है. पहले नाथूराम गोड्से को महान बताया और अब वीर सावरकर को देशभक्त बता रहे हैं. जबकि पूरा देश जानता है कि वीर सावरकर ने कई बार अंग्रेजों से माफी मांगी थी.